
झांसी। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय परिसर में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। विश्वविद्यालय के एग्रोनॉमी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ. एमके सिंह के 13 वर्षीय बेटे ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से विश्वविद्यालय परिसर और इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, डॉ. एमके सिंह की पत्नी उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उनका बड़ा बेटा आकर्ष (13) पिता के साथ झांसी में रहता था, जबकि ढाई साल का छोटा बेटा मां के पास बलरामपुर में है।
मंगलवार सुबह डॉ. सिंह कॉलेज के लिए रवाना हुए थे। घर में आकर्ष अकेला था। इसी बीच प्रोफेसर ने अपने घर के बाथरूम का नल ठीक कराने के लिए पिलम्बर को बुलाया। जब दोपहर में पिलम्बर उनके घर पहुंचा तो उसने देखा कि घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ है, लेकिन बाथरूम का गेट अंदर से बंद था।
काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर पिलम्बर ने डॉ. एमके सिंह को सूचना दी। मौके पर पहुंचे डॉ. सिंह और अन्य लोगों ने किसी तरह बाथरूम का दरवाजा खोला तो अंदर का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए। आकर्ष शावर के पाइप से फंदा बनाकर लटका हुआ था। उसे तुरंत नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
सूचना मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, इस दर्दनाक घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में शोक की लहर है।
घटना की खबर मिलते ही परिजन और रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए। मां बलरामपुर से झांसी के लिए रवाना हो चुकी हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।