
New Delhi : इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रहे लाखों छात्रों के लिए बड़ी खबर! नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन्स) 2026 की तारीखों की घोषणा कर दी है। यह परीक्षा देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों जैसे आईआईटी, एनआईटी और अन्य प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश का द्वार खोलती है। एनटीए के अनुसार, जेईई मेन्स 2026 का पहला चरण 21 से 30 जनवरी 2026 के बीच आयोजित होगा, जबकि दूसरा चरण 1 से 10 अप्रैल 2026 के बीच होगा। हालांकि, आवेदन प्रक्रिया का विस्तृत शेड्यूल अभी जारी होना बाकी है, लेकिन छात्रों को समय पर सभी अपडेट्स देने का आश्वासन दिया गया है।
दीपावली के बाद शुरू होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि जेईई मेन्स फेज-I के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 25 अक्टूबर 2025 के आसपास शुरू हो सकती है, जो दीपावली के उत्सव के तुरंत बाद होगी। वहीं, फेज-II के लिए रजिस्ट्रेशन जनवरी 2026 के अंत में शुरू होने की संभावना है। एनटीए इस बार पारदर्शिता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दे रहा है। एजेंसी ने छात्रों को समय-समय पर जानकारी उपलब्ध कराने की योजना बनाई है, ताकि वे आवेदन प्रक्रिया के लिए पहले से तैयार रहें और अंतिम समय की हड़बड़ी से बच सकें। एनटीए की वेबसाइट (www.nta.ac.in) और जेईई मेन्स पोर्टल (jeemain.nta.ac.in) पर नियमित अपडेट्स उपलब्ध होंगे।
प्रश्नपत्र और परीक्षा प्रारूप में सुधार
जेईई मेन्स 2026 में बीई/बीटेक कोर्सेज के लिए गणित, भौतिकी, और रसायन विज्ञान की परीक्षा होगी, जो दो खंडों में विभाजित होगी। पिछले दो वर्षों में छात्रों को प्रश्नपत्रों की जटिलता, तकनीकी समस्याओं, और अन्य मुद्दों का सामना करना पड़ा है। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, एनटीए ने प्रश्नपत्र सेटिंग के फॉर्मूले की गहन समीक्षा की है। इस बार, एजेंसी ने परीक्षा प्रक्रिया को अधिक सुगम और छात्र-अनुकूल बनाने के लिए कई एडवाइजरी जारी की हैं। इनमें प्रश्नों की गुणवत्ता, कठिनाई स्तर, और तकनीकी व्यवस्थाओं में सुधार शामिल हैं। हालांकि, ये बदलाव कितने प्रभावी होंगे, यह परीक्षा के दौरान ही स्पष्ट होगा।
कंप्यूटर आधारित टेस्ट और बढ़ाए गए परीक्षा केंद्र
जेईई मेन्स 2026 के दोनों चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में आयोजित होंगे, जो एक मानकीकृत और सुरक्षित परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करता है। हर साल 12 से 15 लाख छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं, और एनटीए के अनुसार, आवेदकों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इस बढ़ती मांग को देखते हुए, एनटीए ने अधिक शहरों को परीक्षा केंद्रों के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया है। इससे परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे छात्रों को अपने निवास से दूर यात्रा करने की आवश्यकता कम होगी।
विशेष रूप से दिव्यांग (PwD) उम्मीदवारों के लिए, एनटीए ने उनके घर के नजदीक परीक्षा केंद्र आवंटित करने और विशेष सुविधाएँ प्रदान करने की योजना बनाई है। इन सुविधाओं में व्हीलचेयर एक्सेस, स्क्राइब सुविधा, और अन्य आवश्यक सहायता शामिल हैं। यह कदम समावेशिता और सुलभता के प्रति एनटीए की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
दस्तावेज़ सत्यापन: आधार और प्रमाणपत्र में एकरूपता जरूरी
आवेदन प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए, एनटीए ने छात्रों को अपने दस्तावेज़ों की पहले से जाँच करने की सलाह दी है। एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी में कहा गया है कि आधार कार्ड और दसवीं के प्रमाणपत्र में नाम, जन्म तिथि, और फोटोग्राफ जैसी जानकारी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। आवेदन प्रक्रिया में आधार ऑथेंटिकेशन का उपयोग होता है, जो यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के सेंट्रल आइडेंटिटीज डेटा रिपॉजिटरी (CIDR) के माध्यम से सत्यापित किया जाता है।
चूंकि आधार कार्ड में माता-पिता का नाम शामिल नहीं होता, इसलिए आवेदन फॉर्म में भरी गई जानकारी को दसवीं के प्रमाणपत्र से मिलान करना अनिवार्य है। एनटीए ने निम्नलिखित सावधानियाँ बरतने की सलाह दी है:
- आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग दसवीं के प्रमाणपत्र के अनुसार होनी चाहिए।
- जन्म तिथि दोनों दस्तावेज़ों में समान होनी चाहिए।
- आधार कार्ड में नवीनतम फोटोग्राफ होना चाहिए।
- आवासीय पता सही और अपडेटेड होना चाहिए।
इसके अलावा, आरक्षित श्रेणियों (EWS, SC, ST, OBC-NCL) के तहत आवेदन करने वाले छात्रों को अपने श्रेणी प्रमाणपत्र और यूनिक डिसएबिलिटी आईडी कार्ड (UDID), यदि लागू हो, को वैध और अपडेटेड रखना होगा। एनटीए ने बताया कि हर साल कई छात्रों को दस्तावेज़ों में त्रुटियों या पुराने प्रमाणपत्रों के कारण आवेदन अस्वीकृति का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से बचने के लिए, छात्रों को सलाह दी गई है कि वे अपने दस्तावेज़ों को समय रहते ठीक कर लें।
जेईई मेन्स का महत्व
जेईई मेन्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। यह परीक्षा न केवल देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश का अवसर प्रदान करती है, बल्कि दो चरणों की संरचना के कारण छात्रों को अपने स्कोर में सुधार करने का मौका भी देती है। एनटीए की ओर से प्रक्रिया में सुधार, अधिक परीक्षा केंद्रों का चयन, और दस्तावेज़ सत्यापन संबंधी सलाह इस परीक्षा को और अधिक सुलभ और व्यवस्थित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट (www.nta.ac.in) और जेईई मेन्स पोर्टल (jeemain.nta.ac.in) पर नियमित रूप से अपडेट्स देखें। आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, और अन्य महत्वपूर्ण घोषणाओं की जानकारी समय पर प्राप्त करने के लिए इन पोर्टल्स पर नजर रखें। जनवरी 2026 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, और उम्मीदवार अपने इंजीनियरिंग करियर को आकार देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।















