मैं खुद भी पर्दे के खिलाफ नहीं हूं… हिजाब कांड पर जावेद अख्तर बोले- ‘नीतीश कुमार बिना शर्त माफी मांगे’

Javed Akhtar Post : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हर जगह आलोचना हो रही है। उनके द्वारा एक मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने का मामला तूल पकड़ रहा है, जिसने पूरे देश में विवाद खड़ा कर दिया है। इस घटना पर बॉलीवुड के कई सेलेब्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें जावेद अख्तर भी शामिल हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की है।

क्या है मामला?

यह विवाद 1,000 से अधिक आयुष डॉक्टरों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान का है। इस कार्यक्रम में एक मुस्लिम महिला डॉक्टर, नुसरत परवीन, हिजाब पहने मंच पर आई थीं। वीडियो में दिख रहा है कि नीतीश कुमार ने मंच पर पहुंचकर उस महिला का हिजाब खींच दिया, जिससे वह असहज महसूस करती नजर आईं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, और देखते ही देखते पूरे देश में इसे लेकर आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया।

सेलेब्स का प्रतिक्रियाओं का सिलसिला

इस घटना के बाद से ही बॉलीवुड सेलेब्स ने अपने गुस्से का इजहार किया है। जायरा वसीम ने सोशल मीडिया पर लिखा, “किसी महिला की गरिमा और शालीनता से खेलना बहुत ही गलत है, खासकर सार्वजनिक मंच पर। एक मुस्लिम महिला होने के नाते, उसकी नकाब खींचते देख बहुत गुस्सा आया। सत्ता किसी की सीमाएं तोड़ने की इजाजत नहीं देती। नीतीश कुमार को उस महिला से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।”

सना खान ने भी एक वीडियो पोस्ट कर कहा, “कुछ दिन पहले हमारी एक हिजाबी बहन का हिजाब उसके फेस कवर को खींचा गया, जबकि वह मंच पर थीं। नीतीश कुमार ने उन्हें देखकर ऐसा किया, और पीछे खड़े लोग हंस रहे थे। मैं देख कर बहुत गुस्सा हो गई हूं। यह अमानवीय व्यवहार है।”

राखी सावंत ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो शेयर कर कहा, “नीतीश जी, आपको ये जानना चाहिए कि इस्लाम में मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनती हैं। आपने उसकी हिजाब खींच दी। यदि मैं आपको अपनी धोती खींच दूं, तो आपको कैसा लगेगा?”

सरकार और प्रशासन का जवाब

यह विवाद तब सामने आया जब मंच पर मौजूद एक महिला डॉक्टर, नुसरत परवीन, हिजाब पहने हुई थीं। नीतीश कुमार ने मंच पर पहुंचकर उस महिला का हिजाब खींच दिया, जिससे वह असहज हो गईं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि उस घटना के बाद महिला की स्थिति बहुत खराब हो गई थी। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया और लोगों ने इसे धार्मिक और सामाजिक संवेदनाओं का उल्लंघन माना है।

क्या है पूरा मामला?

यह मामला 1,000 से अधिक आयुष डॉक्टरों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का है, जिसमें मंच पर एक महिला डॉक्टर अपने हिजाब के साथ उपस्थित थी। नीतीश कुमार का यह कदम बौखलाहट और असंवेदनशीलता का प्रतीक माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, और जनता से लेकर सेलेब्स तक सभी इस घटना को लेकर नाराजगी जता रहे हैं।

यह विवाद न केवल बिहार में, बल्कि पूरे देश में धार्मिक और सामाजिक सम्मान की रक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि वे इस तरह के संवेदनशील मामलों में सावधानी बरतें और जनता की भावनाओं का सम्मान करें।

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