
Jaunpur : जफराबाद नगर पंचायत मोहल्ले के शेखवाडा निवासी एक 12 वर्षीय माली बिरादरी के नाबालिक के के साथ नशीला पदार्थ पिलाकर गैर समुदाय के एक व्यक्ति ने माह भीतर कई बार दुराचार किया। जब इस बात की जानकारी युवक के परिजनों को हुई तो वह अपनी पीड़ा लेकर जाफराबाद थाने पर पहुंचे। उन्होंने जफराबाद थाना अध्यक्ष आप बीती सुनाई। तहरीर भी दी, जाफराबाद पुलिस ने युवक के साथ न्याय करने के बजाय मामले में हिला हवाली किया। तहरीर में दुराचार को हटाकर बदलाव भी कराया। लगभग 10 दिन बीत गए पीड़ित को न्याय नहीं मिला। पुलिस व कुछ नेता के दबाव में लगातार मामले में सुलह समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
उक्त मोहल्ले में माली बिरादरी का 12 वर्ष के युवक को कस्बे के ही एक मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति ने नशीला पदार्थ खिलाकर माह भीतर चार बार दुराचार किया। उक्त युवक अपने साथ यह घटना होने से उदास रहने लगा। युवक के परिजनों को उसके उदासी और एकांत में रहने की स्थिति को देखकर संदेह हुआ। उन्होंने युवक से उसके मन की बात जानने की कोशिश किया तो रो-रो कर अपने साथ होने वाली घटनाओं को अपने पिता से बताया। मोहल्ले के लोगों के साथ युवक के पिता युवक को लेकर जफराबाद थाने पर रात में करीब 10 बजे थाना अध्यक्ष के पास पहुंचे। पुलिस ने युवक तथा उसके पिता के द्वारा लिखे गए तहरीर को दोबारा संशोधित कराया। पुलिस ने अपने मुताबिक तहरीर लिखवाया। उसके बाद हिला हवाली करते हुए थाना अध्यक्ष में युवक को थाने से वापस कर दिया। मामला चौकी इंचार्ज राधेश्याम के पास आया। उन्होंने भी मामले में कुछ नहीं किया। जफराबाद कस्बे के कुछ नेता लोग दबाव बनाकर मामले में सुलह समझौता कराना चाह रहे हैं। उक्त घटना को लेकर कस्बे व मोहल्ले में एक समुदाय के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं पुलिस के कार्य शैली पर भी लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं। नगर पंचायत में मामले को लेकर खूब लेनदेन की भी चर्चा जोरों पर है।
जफराबाद थानाध्यक्ष रमेश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह मामला पुराना है। मामले में जांच पड़ताल की गई थी, मामला गलत समझ में आया था, जिसके ऊपर आरोप लगा था उसे हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया गया था। यह मामला गलत है। नाबालिक युवक नशेड़ी और शराबी है। इस मामले में कुछ लोग पुरानी रंजिश निकालने के लिए राजनीतिक मुद्दा बनाकर मामले को तूल पकड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। यह मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है। धार्मिक उन्माद की कोशिश की जा रही है। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है।