
जम्मू । अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास मंगलवार को एक ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) विस्फोट में सेना के कैप्टन समेत दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए और एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। माना जा रहा है कि इस आईईडी को आतंकवादियों द्वारा लगाया गया था। यह घटना हमारे सैनिकों की वीरता और उनके समर्पण का एक और उदाहरण है, जो अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा में लगे रहते हैं। सेना द्वारा क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान चलाना और सुरक्षा बढ़ाना उनके पेशेवर तरीके का हिस्सा है। इस हमले ने यह साबित किया कि सुरक्षा बलों को अपनी सजगता बनाए रखनी चाहिए, खासकर ऐसे संवेदनशील इलाकों में।
सेना ने विस्फोट में जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है और कहा, हमारे जवानों ने क्षेत्र को घेर लिया है और तलाश अभियान जारी है। अधिकारियों ने कहा कि जवान भट्टल इलाके में गश्त कर रहे थे तभी अपराह्न तीन बजकर 50 मिनट पर एक अग्रिम चौकी के पास शक्तिशाली विस्फोट हुआ और वे इसकी चपेट में आ गए।
उन्होंने बताया कि घायल जवानों को अस्पताल ले जाया गया, जहां एक कैप्टन समेत दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घायल जवान की हालत ‘‘खतरे से बाहर’’ है। सेना की जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कोर’ इकाई ने दोनों जवानों के बलिदान को सलाम किया।
इसने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, अखनूर सेक्टर के लालेली में बाड़ पर गश्त के दौरान ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ धमाके की सूचना मिली, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। हमारे जवानों ने इलाके को घेर लिया और तलाश अभियान जारी है।
इसने कहा, ‘‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स दो वीर जवानों के बलिदान को सलाम करता है और श्रद्धांजलि देता है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।















