Jalaun : पति को जेल भेजे जाने पर महिला की फरियाद, बोली निष्पक्ष जांच हो

Jalaun : रामपुरा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत ऊमरी निवासी एक महिला ने अपने पति को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजे जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक जालौन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।

प्रार्थिनी अमृता सिंह पत्नी पुष्पेंद्र सिंह निवासी नगर पंचायत ऊमरी, थाना रामपुरा ने एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनके देवर नरायन उर्फ वीरू सिंह की शादी वर्ष 2017 में मीनू सिंह उर्फ नितनेश निवासी ग्राम भदरेखी, थाना आटा के साथ हुई थी। शादी के बाद देवर–देवरानी बाहर रहकर काम करते थे, जहां कथित रूप से देवरानी के कई लोगों से अवैध संबंध हो गए थे। इस बात को लेकर पति–पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था।

आरोप है कि मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर 13 अगस्त 2025 को नरायन उर्फ वीरू सिंह ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में मृतक के भाई पुष्पेंद्र सिंह द्वारा थाना रामपुरा में मु०अ०सं० 114/2025 धारा 108, 352 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस ने उस मुकदमे में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

इसके विपरीत, मृतक की पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे मु०अ०सं० 113/2025 धारा 123, 64(1), 309(4), 115(2), 108 बीएनएस में पुष्पेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जबकि प्रार्थिनी का कहना है कि कथित घटना के समय पीड़िता नगर पंचायत ऊमरी में मौजूद ही नहीं थी, ऐसे में घटना होना संदेहास्पद है।

प्रार्थिनी ने मांग की है कि मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल की जांच कराई जाए, जिससे सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने सुसाइड नोट, मोबाइल बातचीत और पेन ड्राइव को भी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया है। महिला ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें