
जालौन के माधौगढ़ तहसील क्षेत्र के रुद्रपुरा गांव में बीते 80 वर्षों से संचालित हो रहा डाकघर अचानक बंद किए जाने को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। जानकारी मिलते ही गांव के करीब एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए डाकघर को अन्यत्र स्थानांतरित न करने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह डाकघर रुद्रपुरा सहित आसपास के चार गांवों के लोगों के लिए एकमात्र केंद्र है, जहां हजारों लोगों के बचत खाते, आरडी और अन्य योजनाओं से जुड़े कार्य संपन्न होते हैं। डाकघर अचानक बंद होने की सूचना तब मिली जब वहां कार्य पूरी तरह ठप हो गया। अब ग्रामीणों को अपने डाक संबंधी कार्यों के लिए दूर जाना पड़ेगा, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि इस डाकघर को गांव से न हटाया जाए और इसकी सेवाएं यथावत जारी रखी जाएं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि डाकघर दोबारा चालू नहीं किया गया तो वे उच्च अधिकारियों तक ज्ञापन और शिकायतें भेजेंगे और आंदोलन को और तेज करेंगे।
ग्रामीणों की इस मांग के पीछे भावनात्मक जुड़ाव के साथ-साथ व्यावहारिक कठिनाइयाँ भी हैं, जो अब सामने आ रही हैं। अब देखना होगा कि शासन-प्रशासन इस जनभावना को कितना संज्ञान में लेता है।










