जालौन : पंचनद पर नदियों में बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों में दहशत

  • किसी भी खतरे से निपटने को तैयार प्रशासन

जालौन। दो सप्ताह पूर्व बाढ़ की विभीषिका से रुबरे हुए ग्रामीणों को अभी पूर्ण रूप से राहत भी नहीं मिल पाई थी कि शनिवार की शाम से अचानक नदियों में जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों में भर का माहौल व्याप्त हो गया है। जनपद के पांच नदियों के संगम वाले क्षेत्र पंचनद पर चंबल नदी एवं यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिसके कारण सहायक नदियों सिंध क्वांरी पहूज में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है । गत 15 दिन पूर्व पंचनद क्षेत्र व रामपुरा के नदिया पार के गांवों में जो हाहाकारी तांडव मचाया उसमें प्रशासन को राहत सामग्री पहुंचाने एवं अन्य दैनिक जीवन उपयोगी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु काफी मशक्कत करनी पड़ी थी ।

बाढ़ के पानी के उतारने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी लेकिन कल शनिवार को देर शाम राजस्थान के कोटा बैराज से चंबल में छोड़े गए पानी के कारण तथा हरियाणा के हथनी बांध से यमुना में छोड़े गए पानी से पंचनद क्षेत्र में पुनः में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। क्षेत्रीय कृषक ताहर सिंह यादव नीरज द्विवेदी प्रमोद सिंह सेंगर अनूप सिंह सेंगर हुसेपुरा आदि ने बताया कि भीषण बाढ़ एवं अधिक वर्षा के कारण खरीफ की फसल की बुवाई बमुश्किल हो पाई है यदि पुनः बाढ़ आई तो पशुओं के लिए चारे का संकट उत्पन्न हो जाएगा एवं किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।

क्षेत्रीय जानकार व नदी किनारे पर रहने वाले लोग ओंकार सिंह सेंगर ,अवधेश सिंह चौहान ततारपुर का मानना है कि बढ़ती हुई नदियों के जल प्रवाह में स्थिरता आई है इससे अब जलस्तर नहीं बढ़ेगा। उप जिलाधिकारी मांधौगढ़ राकेश कुमार सोनी, नायब तहसीलदार भुवनेश कुमार ने पंचनद एवं निनावली जागीर क्षेत्र का दौराकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया व ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया।

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