
जालौन में आपसी रंजिश के चलते सचिव और ग्राम प्रधानपति के विरुद्ध गांव का युवक साजिश रच रहा। युवक ने आरटीआई मांगने पर प्रधानपति और सचिव पर मारपीट का आरोप लगाया है। वहीं, आरटीआई मामले में पहले ही युवक ने समझौता कर लिया है।
जालौन के गोहन थाना क्षेत्र में हुई दो पक्षों के बीच मारपीट का मामला तूल पकड़ रहा है। दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर सौंपी है। वहीं, एक पक्ष ने इस मामले में गांव के प्रधानपति और सचिव को भी घसीट लिया है।
बुधवार को युवक ने एसपी को शिकायती पत्र सौंपकर प्रधानपति, सचिव समेत सात लोगों पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाए। जबकि, इस मामले को प्रधानपति और सचिव ने आपसी मारपीट बताते हुए फर्जी करार दिया है।
बताते चलें कि, गोहन थाना क्षेत्र के ग्राम कासिमपुर में 24 जून को दो दलित समुदाय के पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। इस मामले में दोनों पक्षों के लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ का अभी भी मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर दी थी।
इस पूरे प्रकरण में नया मोड़ बुधवार को आया, जब एसपी कार्यालय पहुंचे शशिकांत पुत्र अवनेंद्र कुमार ने एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार को शिकायत दी। शिकायतकर्ता के अनुसार, आरटीआई मांगने पर गांव के प्रधानपति और सचिव ने गांव के लोगों के साथ मिलकर उसके और उसके परिजनों के साथ मारपीट की है।
वहीं, दूसरी ओर, मुन्नी देवी पत्नी राजेश ने बताया कि शशिकांत और उनका परिवार उनसे रंजिश मानता है, इसी कारण उनके साथ मारपीट की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में प्रधानपति और सचिव का कोई लेन-देन नहीं है।
प्रधानपति गोपी उर्फ चंद्रशेखर और सचिव शिव सागर अवस्थी ने बताया कि युवक द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। मामला पारिवारिक रंजिश का है, जहां दोनों पक्षों के बीच आपसी मारपीट हुई थी। घटना के वक्त वे गांव में मौजूद नहीं थे। साथ ही, युवक द्वारा मांगी गई आरटीआई का जवाब पहले ही दे दिया गया है और उसकी मनरेगा मजदूरी का भुगतान भी कर दिया गया है, जिसके हलफनामे में युवक ने पुष्टि की है कि उसे सूचना प्राप्त हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि युवक द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं, और वे मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाएंगे।