
भास्कर ब्यूरो
उरई। शासन ने कदौरा की तत्कालीन विकास खंड अधिकारी प्रतिभा शाल्या को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित उनकी काले कारनामों से जुड़ी खबरों के बाद की गई। शासन द्वारा कराई गई जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर उन्हें निलंबित किया गया है।
प्रतिभा शाल्या पर शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में बड़ी गड़बड़ियां करने का आरोप था। जांच में यह सामने आया कि उन्होंने शासन की मनसा के विपरीत कार्य किए। इसके चलते उन्हें कदौरा से हटाकर जिला मुख्यालय से संबंधित किया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत यह बड़ी कार्रवाई की गई है, जिससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
जांच में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं का खुलासा हुआ। खासकर ग्राम पंचायत इमलिया से 8 सितंबर 2023 को 393,760 रुपये और क्षेत्र पंचायत विकासखंड कदौरा से 5 जुलाई 2024 को 226,809 रुपये का भुगतान बिना कार्य किए गया। इसके अलावा, मनरेगा योजना के तहत इमलिया में कर चंद्रमान के मकान से कब्रिस्तान तक जल रोक बांध निर्माण में भी अनियमितताएं पाई गईं। इन आरोपों के सही पाए जाने पर शासन ने कार्रवाई की।
जांच में यह भी सामने आया कि संबंधित कार्यों के लिए कोई प्राक्कलन कार्य आदेश या वित्तीय स्वीकृति की प्रतियां उपलब्ध नहीं थीं। साथ ही, कार्य मुक्त होने के बाद मुख्यालय में योगदान न करने और उच्च आदेशों का अनुपालन न करने की गंभीर लापरवाही भी पाई गई।
इस मामले में विशेष सचिव मनोज कुमार सिंह ने प्रतिभा शाल्या को निलंबित करने का आदेश दिया। डीसी मनरेगा रामेंद्र सिंह ने भी पुष्टि की कि शासन के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के तहत यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे विभागों में भ्रष्टाचार की संभावनाओं को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।















