
Jalaun : उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष विद्या सागर मिश्र एवं जिलामंत्री नरेश निरंजन ने प्रेस को दी विज्ञप्ति में कहा कि टेट की अनिवार्यता लागू होने के पूर्व नियुक्त अध्यापकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार टेट अनिवार्य कर दिया गया है। जो टेट उत्तीर्ण नहीं कर पाए, उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इस आदेश से 20 से 25 साल नौकरी कर चुके लाखों शिक्षकों की नौकरी जा रही है और उनके परिवार में मातम छा गया है। अध्यापक एक मानसिक पीड़ा से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि 2011 के पहले जो शिक्षक भर्ती योग्यता थी, वह अध्यापक पास कर चुके हैं, अब नए नियम थोपकर उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है। इसी के विरोध में 16 सितम्बर को 75 जिलों में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा के आह्वान पर माननीय जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री जी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा।
शिक्षक नेता द्वय ने जनपद के समस्त परिषदीय शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का आह्वान किया कि दिनांक 16 सितम्बर 2025 को दोपहर 2:30 बजे शिक्षक भवन, स्टेशन रोड उरई पहुंचें। वहां से कतारबद्ध होकर जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन देंगे। इसमें अपनी शत-प्रतिशत भागीदारी कर इस काले कानून को वापस कराने की अपील की गई है।
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