
जालौन : जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जेन्स विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की विभिन्न योजनाओं जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण ट्रैकर पर फीडिंग, सम्भव अभियान 2025 की प्रगति, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, एनआरसी में बच्चों का संदर्भन, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, बाल वाटिका तथा तीव्र अतिकुपोषित सैम बच्चों को दुधारु गाय उपलब्ध कराने जैसे विषयों की विस्तार से समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने पोषण ट्रैकर पर लाभार्थियों के फेस कैप्चरिंग और ई-केवाईसी में खराब प्रगति पर सीडीपीओ कदौरा, रामपुरा और डकोर से स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही निर्देश दिया कि सभी सीडीपीओ तीन दिन के भीतर लगकर 80 प्रतिशत एफआरएस की प्रगति सुनिश्चित करें। बच्चों के वजन मापन में लापरवाही पर कुठौंद सीडीपीओ को चेतावनी दी गई।
उन्होंने सम्भव अभियान में स्वास्थ्य विभाग से बेहतर समन्वय स्थापित कर ई-कवच पर फीडिंग कराने, सैम बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने तथा गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच और उसकी फीडिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि जनपद की प्रगति में सुधार हो सके। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत लंबित आवेदनों के त्वरित निस्तारण और मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से पात्र लाभार्थियों के आवेदन कराने के निर्देश भी दिए गए।
जुलाई माह में एनआरसी में 15 बच्चों को भर्ती कराया गया तथा तीन सैम बच्चों को दुधारु गाय गोद दिलाई गई है। जिलाधिकारी ने सभी परियोजनाओं से दो-दो बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने के निर्देश दिए। साथ ही जनपद में चिन्हित 355 सैम बच्चों को पोषण पोटली वितरित किए जाने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कुमुदेंद्र कलाकर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी सहित सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं मुख्य सेविकाएं मौजूद रहीं।
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