
जालौन : मौरंग पट्टा दिलाने के नाम पर 45 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसके रिश्तेदारों ने उसे विश्वास में लेकर रुपये ले लिए। कई माह बीत जाने के बाद भी जब कोई कार्य नहीं हुआ तो उसने रुपये वापस मांगे। इस पर उन्होंने धमकाते हुए भगा दिया और जान से मारने की धमकी भी दी। मामले की शिकायत उसने उच्च अधिकारियों से की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आटा थाना क्षेत्र के गांव करमेर निवासी पुष्पेंद्र राजपूत पुत्र कंधीलाल ने प्रेस वार्ता कर बताया कि उसके पिता के मित्र अमित ढींगरा ने जिले में मौरंग के व्यापार को लेकर उनके पिता से काम करने की इच्छा जाहिर की थी। इस पर उनके पिता कंधीलाल ने अपने रिश्तेदार, रिटायर्ड जिला पूर्ति अधिकारी वीरेंद्र कुमार महान, सत्येंद्र महान और हेमंत राजपूत से मुलाकात की। इन लोगों ने उन्हें विश्वास में लेकर विभागीय उच्च अधिकारियों के दरवाजे तक ले जाकर आश्वासन दिया कि वे उन्हें जिले में मौरंग का पट्टा दिलवा देंगे।
जनवरी से लेकर मई माह के बीच, विभागीय कार्यवाही के नाम पर इन लोगों ने कुल 45 लाख रुपये ले लिए। लेकिन समय बीत जाने के बाद भी न तो मौरंग का पट्टा मिला और न ही उनकी ओर से कोई जवाब आया। जब उन्होंने काम के बारे में बातचीत कर अपने रुपये वापस मांगे तो उन्होंने धमकाते हुए झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
मामले को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को भी शिकायती पत्र सौंपा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित ने बताया कि वह अब मुख्यमंत्री से शिकायत करेगा।
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