
जालौन: विकास खंड नदीगांव की ग्राम पंचायत पचीपुरा खुर्द के ग्राम प्रधान राजीव कुमार ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ज्योति सिंह को एक पत्र सौंपते हुए खुद पर लगे आरोपों का खंडन किया और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की।
राजीव कुमार ने पत्र में बताया कि ग्राम निवासी बृजेश कुमार पुत्र रामस्वरूप ने उनके विरुद्ध यह आरोप लगाया है कि उनके नाम कोई भूमि (आराजी) नहीं है और फिर भी प्रधान द्वारा समतलीकरण के नाम पर धन निकाला गया है। जबकि वास्तविकता यह है कि गाटा संख्या 274 शिकायतकर्ता के पिता के नाम है, और उक्त भूमि का समतलीकरण मजदूरों के माध्यम से कराया गया था, जिसका भुगतान भी विधिवत किया गया। इस प्रकरण की जांच पहले ही परियोजना निदेशक, जालौन द्वारा की जा चुकी है।
प्रधान ने यह भी कहा कि ग्राम के कुछ लोगों — रामाधर, जगत प्रकाश, उदय प्रताप आदि — द्वारा गौशाला बंद कराने का आरोप भी लगाया गया है, जबकि ग्राम की गौशाला को शासनादेश के अनुसार बंद किया गया है और सभी गौवंशों को ग्राम ऐबरा की गौशाला में संरक्षित किया गया है।
राजीव कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त लोग उनसे कमीशन की मांग करते हैं और न देने पर उन्हें धमकाते हैं कि वे उन्हें प्रधानी नहीं करने देंगे और उनका जीना दूभर कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह अनुसूचित जाति से आते हैं और सामंतवादी मानसिकता के लोग उन्हें नाजायज रूप से परेशान कर रहे हैं।
प्रधान ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि पूर्व में इन व्यक्तियों द्वारा झूठे शपथ पत्र देकर गलत शिकायतें की गई थीं। उन्होंने एसडीएम से मांग की है कि झूठी शिकायतें करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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