
Jalaun : जालौन से बड़ी और शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। जहाँ एक ओर पूरा जिला प्रशासन नवंबर माह को ‘यातायात जागरूकता माह’ के रूप में मना रहा है, लोगों को नियमों का पालन करने की नसीहत दी जा रही है — वहीं दूसरी ओर खुद खाकी वर्दी में बैठे सिपाही ही इन नियमों की खुली धज्जियां उड़ाते दिखे।
कोतवाली उरई क्षेत्र के चुर्खी बायपास से पुलिस लाइन की ओर जाती हुई एक बुलेट मोटरसाइकिल पर तीन सिपाही सवार देखे गए। ना किसी ने हेलमेट पहना था, ना तीन सवारी का नियम याद रहा।
ऊपर से तेज रफ्तार और तेज आवाज़ वाले साइलेंसर की धक-धक करती गूंज — मानो कानून उनके लिए बना ही न हो।

जिस समय प्रशासन सड़कों पर आम लोगों को हेलमेट और ट्रैफिक नियमों के पालन की सीख दे रहा है, उसी वक्त नियमों की रखवाली करने वाले ही उन्हें तोड़ते नजर आए।
ऐसे में बड़ा सवाल उठता है
जब जागरूक करने वाले ही लापरवाह बन जाएं, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जाए?
अब देखना होगा कि इस घटना पर पुलिस विभाग क्या कार्रवाई करता है।
क्या इन वर्दीधारियों पर भी वैसी ही सख्ती दिखाई जाएगी जैसी आम जनता पर होती है?
यातायात नियम सबके लिए बराबर फिर चाहे वो आम नागरिक हो या वर्दीधारी सिपाही।










