
- रात भर भूखे प्यासे पुलिस के इंतजार में परिजन व नाते रिश्तेदार अस्पताल के बाहर पड़े रहे
कोंच ,जालौन। जिस पुलिस पर पब्लिक की सुरक्षा संरक्षा का गुरुतर दायित्व है उस पुलिस की कार्यप्रणाली कभी-कभी पब्लिक के लिए सिरदर्द बन जाती है। ऐसा ही एक मामला यहां सीएचसी में देखने को मिला जिसमें समय से पुलिस के नहीं पहुंचने से एक युवक का शव पूरे पंद्रह घंटे बेड पर पड़ा रहा। जब पुलिस पहुंची तब जरूरी कागजी खानापूर्ति हो सकी और शव को परिजनों के सुपुर्द दिया जा सका। पुलिस के इस रवैये से भूखे प्यासे रात भर परेशान रहे परिजनों में पुलिस के प्रति गुस्सा देखा गया। इतने घंटे शव रखा रहने से उससे दुर्गंध भी उठने लगी थी जिसको लेकर परिजनों को बर्फ की सिल्ली भी खरीद कर मंगानी पड़ी।
सर्किल के एट थाना क्षेत्र के गांव पिरौना निवासी 35 वर्षीय युवक अजय कुमार पुत्र दयाराम अहिरवार की शनिवार देर शाम घर पर तबियत बिगड़ गई थी। रात में करीब 10 बजे परिजन एंबुलेंस से उसे कोंच सीएचसी लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। पिता दयाराम ने बताया कि सीएचसी से रात करीब 11 बजे ही पुलिस को मेमो भेज दिया गया था। पूरी रात निकल गई लेकिन पुलिस सीएचसी नहीं आई। रात भर बेटे का शव पंखे की हवा के नीचे बेड पर पड़ा रहा और वह अपने परिजनों के साथ भूखे प्यासे शव के पास बैठने पर मजबूर रहे।
शव को रखने के लिए सीएचसी में फ्रीजर जैसी कोई सुविधा नहीं मिल सकी। दयाराम ने बताया कि रात गुजर जाने के बाद सुबह से ही वह पुलिस के आने का इंतजार करते रहे लेकिन पूरे पंद्रह घंटे बाद पिरौना चौकी इंचार्ज सीएचसी आए तब कहीं जाकर बेटे के शव की जरूरी कागजी खानापूर्ति हो सकी। पुलिस के इस रवैये के प्रति मृतक के परिजनों में गुस्सा देखा गया। बताया जा रहा है कि मृतक शराब का लती था जिससे उसकी तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। मृतक के दो बच्चे हैं।
सीओ कोंच परमेश्वर प्रसाद का कहना है की जांच कराई जाएगी कोई दोषी हुआ तो होंगी कार्रवाई
रात डेढ बजे पुलिस को सूचना मिली थी उसके बाद पहुंची पुलिस तो मृतक के परिजन पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़े थे। फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी अगर किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।
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