Jalaun : गौशाला में गौवंशाें की मौत मामले में केयरटेकर की सेवाएं समाप्त

उरई, Jalaun : उत्तर प्रदेश के उरई जिले के जालौन ब्लॉक के लौना गांव स्थित एक गौशाला में रविवार को भोजन और पानी की कमी के कारण दो गौवंशों की मौत का मामला प्रकाश में आया है। वहीं कई अन्य गाेवंशाें की हालत गंभीर बनी हुई है। इस मामले में केयरटेकर की सेवाएं

समाप्त कर दी गई हैं। वहीं ग्राम प्रधान, सचिव और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की भूमिका पर उठ रहे गंभीर सवालाें काे लेकर चेतावनी दी गई है।

बता दें कि लौना गांव की गौशाला में पिछले कुछ दिनों से गाेवंशों की देखभाल ठीक से नहीं हो रही थी। गौशाला के केयरटेकर और जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते पशुओं को पर्याप्त चारा और पानी नहीं मिल पा रहा था। इसके चलते आज दो गौवंशाें ने तड़प कर दम तोड़ दिया। स्थानीय जानकारी के मुताबिक कई अन्य गाेवंश भी कमजोरी और कुपोषण का शिकार हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इसकी सूचना मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता गाैशाला पहुंचे। पशुओं की दयनीय स्थिति देखकर उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ग्राम प्रधान, सचिव और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जोरदार हंगामा किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि गौशालाओं की व्यवस्था सुधारने में प्रधान, सचिव और ब्लॉक विकास अधिकारी भी पूरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं।

गाैशाला में हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम जालौन विनय कुमार मौर्य और क्षेत्राधिकारी शैलेन्द्र बाजपेई पहुंचे। उन्होंने लाेगाें को शांत कराया।

गाैशाला में अव्यवस्थाओं काे लेकर एसडीएम जालौन विनय कुमार मौर्य ने कहा कि “यह एक गंभीर घटना है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केयरटेकर को तत्काल हटा दिया गया है और ग्राम प्रधान व सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि गौशाला की व्यवस्था तुरंत सुधारें। उन्हाेंने कहा कि सभी गौवंशों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इस मामले में और भी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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