Jalaun : मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशु सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

Jalaun : राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन के बाल रोग विभाग में बुधवार को नवजात शिशु सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नवजात शिशुओं की माताओं के साथ दादी और नानी भी शामिल हुईं। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने शिशु की देखभाल, पोषण, सुरक्षा और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. अरविंद त्रिवेदी ने सरकार द्वारा संचालित मातृ एवं शिशु कल्याण योजनाओं की जानकारी दी और माताओं को इनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। बाल रोग विभाग के आचार्य एवं जालौन बाल रोग अकादमी के अध्यक्ष डॉ. जी.एस. चौधरी ने कहा कि नवजात के लिए जन्म के तुरंत बाद और छह माह तक केवल मां का दूध ही सर्वोत्तम आहार है। यह शिशु को पोषण के साथ रोगों से सुरक्षा भी प्रदान करता है।

डॉ. दिव्या पिपरिया ने कम वजन और समय से पहले जन्मे शिशुओं के लिए कंगारू मदर केयर (KMC) के महत्व पर चर्चा की और बताया कि मां की छाती से त्वचा का संपर्क नवजात के विकास और जीवन रक्षा में अत्यंत प्रभावी होता है। डॉ. संतोष कुमार लोधी ने नवजात की सुरक्षा के लिए जरूरी सावधानियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चे को गर्म रखें, तुरंत मां का दूध पिलाएं, आंखों में काजल न लगाएं और यदि बच्चा दूध न पी रहा हो, अत्यधिक सुस्त हो या सांस फूल रही हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। उन्होंने डेंजर साइन के लक्षणों की भी जानकारी दी।

कार्यक्रम मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की एक सराहनीय पहल साबित हुआ।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. छवि जायसवाल ने किया। इस दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रशांत निरंजन, बाल रोग विभाग के डॉक्टर, रेजिडेंट चिकित्सक, एमबीबीएस एवं बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राएं, नर्सिंग ऑफिसर एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।

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