
कालपी, जालौन। तपतपाती गर्मी के मौसम की वजह से आग लगने की घटनाओं का कहर थम नहीं पा रहा है। वुधवार को कालपी नगर की कांसीराम आवासीय कॉलोनी के निकट निकट दो सीडियो के घने जंगलों में भीषण आग लग गई दमकल कर्मियों के कई घंटे के प्रयास के बावजूद भी आग पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं पाया जा सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कालपी नगर में काशीराम आवासी कॉलोनी स्थापित है। कॉलोनी के दो साइड में घना जंगल भी है। बुधवार की दोपहर को जंगल में आग सुलगने लगी। धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। काशीराम कॉलोनी के धमना रोड में उत्तर दिशा की ओर तथा पश्चिम दिशा की ओर जंगलों में आग ने अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया। आग लगने की सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी संजय कुमार तथा बीट इंचार्ज हरिओम यादव कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे।
लेकिन भीषण आग के को देखकर अपने को असहाय महसूस करने लगे। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस अग्निकांड में जंगल में स्थापित करीब एकं हजार वृक्षों को चपेट में ले लिया हैं। जंगलों से सटे नरेश कुमार के खेतों की गेहूं की फसल को भी आग की चपेट में ले लिया। आंग की चपेट में आकर के गेहूं की लाक जलकर नष्ट हो गई । सूचना पाकर अग्निशमन केंद्र कालपी के प्रभारी विनोद कुमार नायक के नेतृत्व में दमकल वाहन लेकर पहुंचे।
वहीं दूसरी यूनिट की दमकल वाहन के साथ कर्मचारी पहुंचे। शाम तक कर्मचारी गण आग बुझाने में पुर्णतया सफल नहीं हो सके। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जंगल में एक तरफ आग बुझती तो दूसरी तरफ जंगल में आग सुलगने लगती। इस कारण दमकल कर्मचारी चक्ररघिन्नी बने रहे।काशीराम कॉलोनी के निकट कूड़ा डम्प स्थल में भी आग सुलगने लगी ।नगर पालिका के ट्रैक्टर, पानी भरे टैंकरो तथा कर्मचारियों ने कूड़ा डम्प स्थल में पानी का छिड़काव करके आग बुझा दी।
रवि प्रकाश, मानवेंद्र सिंह, गोविंद कुमार, राजेश मिश्रा शिवकुमार मिश्र आदि फायरमैन शामिल रहे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से कालपी कोतवाली पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंच गए।
अग्निशमन विभाग कालपी के प्रभारी विनोद नायक ने बताया कि कालपी तहसील के तिरही तथा चतेला गांव में भी आग लगने की घटना हुई थी। जिस पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मचारी पूरी ताकत के साथ जुड़े हुए हैं।