जयपुर : IAS अधिकारी आलोक का निधन, ऊर्जा विभाग में थे एसीएस

जयपुर : राजस्थान सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) ऊर्जा विभाग और रेजिडेंट कमिश्नर के पद पर कार्यरत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आलोक का सोमवार को दिल्ली में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थे और एक महीने से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार सुबह उन्होंने दिल्ली स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। आज दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन से प्रशासनिक जगत में शोक की लहर है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, कई मंत्री, विधायक, आईएएस एसोसिएशन और अन्य संगठनों ने शोक जताया है।

आलोक 1993 बैच के आईएएस अधिकारी थे और प्रशासन में अपने तेज-तर्रार फैसलों के लिए जाने जाते थे। 15 नवंबर 1966 को पटना में जन्मे आलोक ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। ऊर्जा विभाग में लिए गए उनके निर्णयों में उनका इंजीनियरिंग अनुभव झलकता था।

आलोक ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत 1995 में कोटा जिले के रामगंज मंडी में एसडीओ पद से की थी। इसके बाद वे जयपुर डीआरडीए, बूंदी, सवाई माधोपुर, बीकानेर, कोटा और उदयपुर में कलेक्टर रहे। वे भरतपुर के संभागीय आयुक्त भी रह चुके थे।

राज्य सरकार में उन्होंने रीको के एमडी, सामाजिक न्याय विभाग के कमिश्नर, राजस्व विभाग और मीण विकास विभाग के सचिव जैसे पदों पर कार्य किया। वे लंबे समय तक केंद्रीय डेपुटेशन पर भी रहे।

15 जनवरी 2020 से 2024 तक केंद्र सरकार की सेवा में रहे, जहां वे एनएचएआई में मेंबर एडमिनिस्ट्रेशन और फिर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत रहे। जनवरी 2024 में राजस्थान लौटने के बाद उन्हें ऊर्जा विभाग और दिल्ली स्थित रेजिडेंट कमिश्नर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

वरिष्ठ और सख्त प्रशासक के रूप में पहचाने जाने वाले आलोक के निधन से राज्य प्रशासन को गहरा धक्का लगा है।

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