
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख वी. नारायणन ने कहा कि इसरो ने वर्ष 2027 की पहली तिमाही तक पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष लगभग हर महीने एक प्रक्षेपण का आयोजन किया जाएगा। इसरो की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्पैडेक्स मिशन के तहत, अंतरिक्ष में डॉकिंग का प्रदर्शन करने के लिए PSLV द्वारा दो छोटे स्पेसशिप लॉन्च किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, इसरो ने वर्ष 2025 को भारत के लिए ‘गगनयान वर्ष’ घोषित किया है। नारायणन ने बताया कि अब तक 7200 से अधिक अंतरिक्ष मिशन पूरे हो चुके हैं, और अभी भी 3000 से अधिक परीक्षण लंबित हैं।
कार्यक्रम के दौरान कोलकाता में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि यह वर्ष बहुत महत्वपूर्ण है और इसे ‘गगनयान वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा। मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजने से पहले, इसरो ने तीन मानवरहित मिशनों की योजना बनाई है, जिनमें से पहला इस वर्ष ही पूरा किया जाएगा। नारायणन ने यह भी बताया कि 6 जनवरी को आदित्य L1 अंतरिक्ष यान से एक वर्ष का वैज्ञानिक डेटा जारी किया गया है। यह सैटेलाइट सूर्य के अध्ययन के लिए स्थापित भारत का एक अनूठा मिशन है, और भारत उन चार देशों में शामिल है जिन्होंने सूर्य के अध्ययन के लिए अपना सैटेलाइट स्थापित किया है।
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