
लखनऊ डेस्क: सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात (CUG) ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और कई प्रसिद्ध वैज्ञानिकों और समाजसेवियों को जन्म दिया है। 2009 में स्थापित इस विश्वविद्यालय ने अब तक शिक्षा जगत में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। यह विश्वविद्यालय पहले सेक्टर 29, गांधीनगर में अस्थायी परिसर में था, लेकिन अब यह शाहपुर में अपने स्थायी परिसर में तेजी से विकसित हो रहा है।
प्रवेश प्रक्रिया:
CUG में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और योग्यता पर आधारित है। स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों को CUET-PG (सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट फॉर पोस्ट ग्रेजुएट) परीक्षा पास करनी होती है। वहीं, पीएचडी कार्यक्रम के लिए UGC-NET या CSIR-NET के साथ-साथ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंटरव्यू में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
पाठ्यक्रम और फीस संरचना:
CUG में कई स्कूल और केंद्र हैं, जो विभिन्न विषयों में स्नातकोत्तर और शोध पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- स्कूल ऑफ केमिकल साइंसेज
- स्कूल ऑफ एनवायरनमेंटल साइंसेज
- स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज
- स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चर स्टडीज
- स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज
- स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज
- स्कूल ऑफ लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंसेस
स्नातक स्तर पर BA, BA (Hons.) Research की वार्षिक फीस लगभग 7,500 से 10,000 रुपये के बीच है। मास्टर स्तर पर MA, M.Sc, M.Ed, M.Phil की फीस 8,000 से 14,000 रुपये तक होती है। वहीं, पीएचडी प्रोग्राम के लिए शुल्क प्रति वर्ष लगभग 8,000 से 12,000 रुपये है। यह फीस अन्य निजी विश्वविद्यालयों के मुकाबले काफी कम है, जिससे छात्र उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
प्रसिद्ध पूर्व छात्र और उनकी उपलब्धियां:
CUG के कई पूर्व छात्र अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दे चुके हैं। कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- डॉ. प्रणव पटेल, जिन्होंने पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में अपने शोध के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया।
- सुश्री अंजलि मेहता, जो ISRO में वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं।
- डॉ. राजेश शर्मा, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर अपने कार्य के लिए ख्याति प्राप्त की और अब दिल्ली के एक प्रमुख थिंक टैंक में काम कर रहे हैं।
- सुश्री नीलम सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवी हैं और गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार के लिए काम कर रही हैं।
इस प्रकार, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात अपने छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ समाज के लिए भी एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में प्रेरित करता है।