
- इजरायली संसद में ट्रंप का ऐतिहासिक भाषण
New Delhi : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इजरायली संसद (कनेसेट) में एक भावुक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने गाजा में दो साल से चले आ रहे युद्ध के समाप्त होने की घोषणा की और बंधकों की रिहाई को “मध्य पूर्व के नए युग की शुरुआत” बताया। हालांकि, भाषण के दौरान गाजा समर्थक दो सांसदों ने ‘जेनोसाइड’ (नरसंहार) के पोस्टर लहराते हुए नारेबाजी की, जिसके बाद उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने सदन से बाहर निकाल दिया। यह घटना इजरायल की आंतरिक राजनीतिक दरार को उजागर करती है, जबकि ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शांति समझौते की जमकर तारीफ की।
ट्रंप का यह दौरा अमेरिका की मध्यस्थता से बने गाजा युद्धविराम समझौते की पहली सफलता का जश्न मनाने के लिए था। हमास ने रविवार और सोमवार को सभी 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया पहले 7 और फिर 13 जबकि इजरायल ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त करने की प्रक्रिया पूरी की। समझौते के तहत, युद्धविराम शुक्रवार से लागू है, और अगले चरणों में 28 मृत बंधकों के शवों की अदला-बदली और गाजा में स्थायी शांति पर चर्चा होगी। ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा, युद्ध खत्म हो गया है, और सब खुश हैं।
ट्रंप का भाषण: शांति का ऐलान और नेतन्याहू की तारीफ
कनेसेट पहुंचने पर नेतन्याहू ने ट्रंप को इजरायल का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया। ट्रंप ने अपने भाषण की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले की याद दिलाते हुए की, जिसमें 1,200 इजरायलियों की मौत हुई थी और 251 लोग बंधक बनाए गए थे। उन्होंने कहा, 20 साहसी बंधक वापस आ रहे हैं। आज बंदूकें शांत हैं, सायरन शांत हैं। ईश्वर की इच्छा से यह भूमि और क्षेत्र अनंत काल तक शांति से रहेगा। ट्रंप ने इसे सद्भाव की शुरुआत और नए मिडिल ईस्ट का ऐतिहासिक उदय बताया।
ट्रंप ने नेतन्याहू की तारीफ करते हुए मजाकिया लहजे में कहा, नेतन्याहू से निपटना आसान नहीं है, लेकिन यही उन्हें महान बनाता है। उन्होंने अपनी टीम – विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और दामाद जेरेड कुश्नर की भूमिका को सराहा, जिन्होंने कतर, मिस्र और तुर्की के साथ मिलकर यह समझौता कराया। ट्रंप ने गाजा को ध्वंसावशेष स्थल बताते हुए कहा कि एक शांति बोर्ड गठित किया जाएगा, और इजरायल को बमबारी रोकने का आग्रह किया।
हंगामा और विरोध: ‘जेनोसाइड’ के नारे
भाषण के बीच में वामपंथी सांसदों ने हंगामा मचा दिया। उन्होंने जेनोसाइड स्टॉप! चिल्लाते हुए पोस्टर लहराए, जो गाजा में इजरायली कार्रवाई को नरसंहार बताते थे। हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध में 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें 18,000 बच्चे शामिल हैं। कनेसेट स्पीकर अमीर ओहाना ने माफी मांगते हुए कहा, क्षमा करें, मिस्टर प्रेसिडेंट। ट्रंप ने हंसते हुए जवाब दिया, यह कुशल था। इसके बाद सांसदों ने ट्रंप! ट्रंप! के नारे लगाए, और सुरक्षा कर्मियों ने दोनों सांसदों को बाहर निकाल दिया।
नेतन्याहू का आभार और बयान
इससे पहले, नेतन्याहू ने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा, मैंने कभी किसी को हमारे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप की तरह इतनी तेजी से, निर्णायक रूप से और दृढ़ता से दुनिया को आगे बढ़ाते नहीं देखा। उन्होंने युद्धविराम और बंधकों की अदला-बदली के लिए ट्रंप टीम का आभार जताया। नेतन्याहू ने कहा, हमारे दुश्मन अब समझ गए हैं कि इजरायल कितना ताकतवर है। 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करना एक बड़ी गलती थी। उन्होंने ट्रंप को इजरायल का सबसे बड़ा दोस्त” बताया और कहा कि उनके चुनाव के बाद रातोंरात सब कुछ बदल गया।
समझौते की पृष्ठभूमि: दो साल का युद्ध, ट्रंप की मध्यस्थता
यह समझौता ट्रंप प्रशासन की 20-सूत्री योजना का पहला चरण है, जो फरवरी 2025 में नेतन्याहू के साथ सहमति पर आधारित है। सितंबर में व्यापारिक तनाव के बाद वार्ताएं तेज हुईं। इजरायल ने बंधकों के पहुंचने पर फिलिस्तीनी कैदियों को वेस्ट बैंक भेजना शुरू किया। अगला चरण: गाजा में सुरंगों का विनाश और स्थायी युद्धविराम। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने शांति की उम्मीद जताई, जबकि इजरायल के रक्षा मंत्री ने कहा कि हमास की सुरंगें नष्ट की जाएंगी।
ट्रंप अब मिस्र के शर्म अल-शेख जाएंगे, जहां विश्व नेताओं का शिखर सम्मेलन होगा। यह घटना मध्य पूर्व में शांति की दिशा में सकारात्मक कदम है, लेकिन संसद में विरोध राजनीतिक चुनौतियों को दर्शाता है। क्या यह समझौता टिकेगा? दुनिया की नजरें लगी हैं।
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