नेतन्याहू का आरोप- हमास शर्तों से पीछे हटा, समझौते के अंत तक रियायत मांग रहा
तेल अवीव । इजराइल-हमास के बीच सीजफायर डील 17 घंटों के अंदर ही टूटने की कगार पर पहुंच गई है। इस डील को मंजूरी देने के लिए इजराइली कैबिनेट की मीटिंग होने वाली थी। अब पीएम नेतन्याहू ने मीटिंग करने से मना कर दिया है। इससे पहले बुधवार रात कतर के पीएम ने इजराइल और हमास में सीजफायर और बंधकों की रिहाई से जुड़ी डील फाइनल होने की जानकारी दी थी। इजराइल के राष्ट्रपति ने भी कैबिनेट से डील को मंजूरी देने के लिए कहा था।
नेतन्याहू ने हमास पर समझौते की शर्तों से पीछे हटने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हमास समझौते के अंत तक रियायत मांग रहा है। हमास के अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है। अधिकारियों का कहना है कि वे अभी भी शर्तों पर कायम हैं। डील के मुताबिक सीजफायर का पहला फेज 42 दिन का होगा। पहले फेज में हमास 33 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। बदले में इजराइल भी हमास के 250 कैदियों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे लौटेगी। सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे।