किसी भी चीज की लत यानी एडिक्शन (addiction) एक मानसिक विकृति (Mental disorder) होती है। भारतीय समाज में हमने सिगरेट, शराब, ड्रग्स जैसी नशीली चीजों को लत के रूप में स्वीकार किया है, लेकिन अगर बात सेक्स की जाए तो विशेषज्ञों की राय बंट जाती है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सेक्स की लत एक मानसिक बीमारी होती है और कुछ इसे नकारते हैं।
सेक्स की लत बीमारी है या नहीं ?
सेक्स की लत को लेकर कुछ मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि बार-बार सेक्स करना या सेक्स के बारे में सोचते रहना या फिर किसी महिला को देखते ही उत्तेजित हो जाना भी एक मानसिक बीमारी है। एक रिचर्स रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग सेक्स के मामले में खुद पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं रख पाते हैं और ऐसी स्थिति में खुद का नुकसान कर बैठते हैं वो इस तरह की मानसिक बीमारी से ग्रस्त होते हैं। मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि अगर कोई इंसान छह महीने तक लगातार सेक्स के बारे में सोचता रहता है तो उसे ‘सेक्स एडिक्शन’ है।
हालांकि कुछ जानकारों का मानना है कि सेक्स की लत फिलहाल बीमारी नहीं है और इसलिए अभी कितने लोगों ने इसे लेकर चिकित्सकीय परामर्श मांगा है, इसका अधिकारिक डेटा भी उपलब्ध नहीं है। पोर्न और सेक्स की लत से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए विकसित की गई एक वेबसाइट ने ब्रिटेन में 21,000 लोगों पर सर्वे किया। इनमें से 91 प्रतिशत पुरुष थे बाकी 8 प्रतिशत महिलाएं थी। सर्वे में सिर्फ दस लोगों ने ही अपनी परेशानी के लिए डॉक्टर से परामर्श लेने की बात कही है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि बिना डॉक्टर के परामर्श लिए खुद ये धारणा बना लेना कि आप सेक्स से जुड़ी एक मानसिक बीमारी ग्रस्त हैं तो यह गलत होगा।