
तेहरान। ईरान ने अपने तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले की निंदा करते हुए इसे यूएन चार्टर का उल्लंघन बताया है।ईरान ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) पर बेरुखी का आरोप लगाया। ईरान ने वैश्विक समुदाय से अमेरिकी हमलों की निंदा कर ईरान के रुख के समर्थन की अपील की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान को तबाह करने का दावा किया। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने इसे यूएन चार्टर का उल्लंघन बताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि अमेरिका ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला कर संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय क़ानून और एनपीटी का गंभीर उल्लंघन किया है। इनके दीर्घकालिक परिणाम होंगे और संयुक्त राष्ट्र के हर सदस्य को इस बेहद खतरनाक, अराजक और आपराधिक व्यवहार से चिंतित होना चाहिए। अब्बास अरागची ने लिखा कि ईरान के पास अपनी संप्रभुता, हित और लोगों की सुरक्षा के सभी विकल्प हैं।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि वह ईरान में परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि संघर्ष के तेजी से नियंत्रण से बाहर होने का जोखिम बढ़ रहा है। इससे नागरिकों, क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। इस खतरनाक समय में अराजकता के चक्र से बचना महत्वपूर्ण है।
इससे पहले रविवार सुबह ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि फोर्दो, नतांज और इस्फहान समेत ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमलों को अंजाम दिया गया और सभी विमान अब ईरान के वायु क्षेत्र से बाहर हैं।