आईपीएस श्रद्धा सिंह ने नई न्याय व्यवस्था पर किया मार्गदर्शन

हिसार : महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा में बुधवार काे विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयाेजित किया गया। इसमें आईपीएस अधिकारी श्रद्धा सिंह ने एमबीबीएस और नर्सिंग के विद्यार्थियों से संवाद करते हुए भारतीय न्याय संहिता एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के प्रमुख प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी सांझा की। कार्यक्रम का उद्देश्य आने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को कानून, नागरिक सुरक्षा, वैधानिक ज़िम्मेदारियों और संवैधानिक प्रक्रियाओं के बारे में अद्यतन ज्ञान प्रदान करना था, ताकि वे चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करते समय कानूनी जागरूकता और नागरिक कर्तव्य दोनों का पालन कर सकें।

आईपीएस श्रद्धा सिंह ने बुधवार काे कहा कि भारत की नई दंड व्यवस्था, जांच प्रक्रिया, पीड़ितों के अधिकारों, आपात स्थिति में नागरिक सुरक्षा प्रोटोकॉल और चिकित्सा संस्थानों से जुड़े कानूनी प्रावधानों को समझना प्रत्येक डॉक्टर और नर्स के लिए अनिवार्य है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नई संहिताएँ, विशेष रूप से चिकित्सा लापरवाही, लैंगिक अपराध,

साइबर अपराध, आपातकालीन रिपोर्टिंग, और पुलिस-प्रशासनिक समन्वय को लेकर अधिक सशक्त और स्पष्ट दिशानिर्देश प्रदान करती हैं। उन्होंने छात्रों को मेडिकल पेशेवरों की वैधानिक जिम्मेदारियों जैसे- मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) रिपोर्टिंग, यौन उत्पीड़न मामलों में अनिवार्य चिकित्सा सहायता, घटनास्थल की प्राथमिक जानकारी सुरक्षित रखना, जनसुरक्षा के संवैधानिक दायित्व के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि नई संहिताओं में न्याय की गति बढ़ाने, डिजिटल सबूतों को मजबूत आधार देने और नागरिक सुरक्षा तंत्र

को आधुनिक स्वरूप प्रदान करने पर विशेष जोर दिया गया है। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक निदेशक डॉ. आशुतोष शर्मा ने आईपीएस श्रद्धा सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों में न केवल कानूनी जागरूकता बढ़ाते हैं बल्कि उन्हें बेहतर, संवेदनशील और जवाबदेह स्वास्थ्यकर्मी बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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