
नई दिल्ली। दिल्ली-हरियाणा के बीच आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। दरअसल लंबे अंतराल के बाद राजधानी दिल्ली से हरियाणा के सोनीपत के लिए गुरुवार से इंटरस्टेट इलेक्ट्रिक बस सेवा की शुरुआत हो गई है। दिल्ली सरकार लगातार डीटीसी बेड़े में ईवी बसों को शामिल कर रही है, ताकि सार्वजनिक परिवहन पर्यावरण अनुकूल और प्रदूषण-मुक्त हो। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने महाराणा प्रताप आईएसबीटी (कश्मीरी गेट) से नई ई-बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। यह सेवा दिल्ली सरकार की विकसित दिल्ली संकल्प पत्र के तहत शुरू की गई, उन पहलों में से एक है, जिनका उद्देश्य दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से बेहतर, सस्ती व पर्यावरण अनुकूल परिवहन सुविधा के जरिए जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले इन रूटों पर बस सेवा हुआ करती थी, लेकिन बाद में बंद हो गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने तय किया है कि एक-एक करके सभी पुराने रूटों पर बस सेवा को फिर से बहाल किया जाएगा। दिल्ली से बड़ौत के बाद दिल्ली से सोनीपत के बीच ई-बस सेवा शुरू होना।
उसी दिशा में एक और कदम उठाया गया है। बता दें कि यह नई सेवा दिल्ली के महाराणा प्रताप आईएसबीटी से सोनीपत बस स्टैंड तक चलेगी। बसें दिल्ली के कई प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेंगी, जिनमें जी.टी.बी. नगर, आजादपुर टर्मिनल, जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन, मुकर्बा चौक, अलीपुर, दिल्ली-सिंघु बॉर्डर, इंडस्ट्रियल एरिया कुंडली, टीडीआई सिटी, रसौई, नांगल मोड़, बिस्वा मिल, राय, बहालगढ़, जत जोशी, फाजिलपुर सोनीपत व अंत में सोनीपत बस स्टैंड पर पहुंचेगी। यह रूट न केवल दिल्ली व हरियाणा की सीमावर्ती आबादी को जोड़ेगा, बल्कि दिल्ली के मेट्रो नेटवर्क, औद्योगिक इलाकों व शैक्षणिक संस्थानों से भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। बता दें कि दिल्ली से सोनीपत के बीच कुल दूरी करीब 50 किलोमीटर है। एक तरफ का किराया 67 रुपए रखा गया है।
किराया यात्रियों के लिए काफी किफायती है। बसों में आधुनिक इलेक्ट्रिक सिस्टम, जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे व आरामदायक सीटिंग व्यवस्था की सुविधा दी गई है। इस सेवा का संचालन दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) करेगा।
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा ये पहल न केवल यात्रियों की सुविधा को बढ़ाएगी, बल्कि ग्रीन दिल्ली मिशन के तहत प्रदूषण व यातायात जाम को कम करने में भी मददगार साबित होगी। पूरी तरह शून्य-उत्सर्जन वाली ये बसें रोजाना हजारों यात्रियों को आरामदायक व पर्यावरण-अनुकूल यात्रा का अनुभव देंगी.















