
रीवा (मध्यप्रदेश) : रीवा में एक शादी समारोह उस समय चर्चा का केंद्र बन गया जब बारात लेकर आया दूल्हा शादी से पहले ही जनमासे से सीधे थाने पहुंचा दिया गया। शहर में इन दिनों चल रहे लग्न मुहूर्तों के बीच यह घटना न केवल मेहमानों के लिए हैरानी का कारण बनी, बल्कि पूरे इलाके में कौतूहल और हंगामे का विषय बन गई।
घोड़ी चढ़ने से पहले दूल्हे को दबोचा
घटना विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र की है, जहां 32 वर्षीय भरत साकेत अपनी बारात लेकर गढ़ थाना क्षेत्र से रीवा पहुंचा था। जैसे ही वह घोड़ी चढ़ने की तैयारी में था, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे जनमासे से ही गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दूल्हे राजा को घोड़ी के बजाय सीधे पुलिस की गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाया गया, जहां उसे हवालात की “खास खातिरदारी” दी गई।
शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप
एडिशनल एसपी आरती सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि भरत साकेत पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप है। पीड़िता ने 4 मार्च 2025 को थाना पहुंचकर बताया कि आरोपी युवक ने 15 जुलाई 2024 से 23 दिसंबर 2024 तक कई बार शारीरिक शोषण किया और बाद में शादी से मुकर गया।
62 दिनों से था फरार, बारात बनी गिरफ्तारी का कारण
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने भरत के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की थी, लेकिन आरोपी 62 दिनों से फरार चल रहा था। आखिरकार, बारात के बहाने वह रीवा पहुंचा और इसी दौरान पुलिस को सूचना मिल गई। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शादी की धुन पर झूमती बारात के बीच से ही दूल्हे को उठा लिया।
थाने में हुई पूछताछ, अब होगा कोर्ट में पेश
भरत को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसे थाने में बंद किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी से पूछताछ जारी है और उसे जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और पीड़िता के बयानों के आधार पर चार्जशीट तैयार की जा रही है।
दूल्हे की बजाय बना अपराधी, शादी का मंडप छूटा, हवालात बना नया ठिका
इस घटना ने समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि झूठे वादे और भावनात्मक शोषण से किस हद तक किसी की जिंदगी प्रभावित हो सकती है। एक ओर जहां लड़की अपने जीवन को बसाने का सपना देख रही थी, वहीं आरोपी दूल्हा अपने झूठे वादों से कानूनी शिकंजे में फंस गया।