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पूरनपुर-पीलीभीत। मुरादाबाद में छात्राओं को कार से रौंदने के मामले में फरार चल रहे दरोगा के बेटे की अरेस्टिंग के लिए पुलिस ने घेराबंदी तेज कर दी है। मुरादाबाद एसएसपी सतपाल अंतिल ने इस मामले में सिविल लाइंस पुलिस को आरोपी दिव्यांशु की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे को भी मुरादाबाद के एसएसपी की ओर से एक चिट्ठी भेजी गई है। जिसमें कहा गया है कि पीलीभीत के थाना माधोटांडा के चौकी मैनाकोट पर तैनात दरोगा अमरीश बाबू अपने वांटेड बेटे को बचाने की कोशिशें कर रहा है, इसलिए उसे निलंबित किया जाए।
छात्राओं पर कार चढ़ाने की ये घटना 6 फरवरी को हुई थी। पुलिस इस मामले में 4 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। हादसा मुरादाबाद के सिविल लाइंस में हाईस्ट्रीट एरिया में हुआ था। छात्राएं यहां अपनी सहेलियों के साथ गई थीं। तभी कार सवार 5 युवकों ने उनके ऊपर कार चढ़ा दी थी। छात्राओं ने परिजनों और पुलिस को बताया था कि कार सवार युवक उनका पीछा कर रहे थे, उनसे छेड़खानी कर रहे थे। विरोध करने पर उनके ऊपर कार चढ़ा दी। इस घटना को एसएसपी ने बेहद से लिया है। रोंगटे खड़ा कर देने वाली इस वारदात को 5 युवकों ने अंजाम दिया था।
इनमें शहर के बड़े कपड़ा कारोबारी का बेटा लक्ष्य परेजा भी शामिल था। मौके से शगुन सिंह को भीड़ ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। इसके बाद पुलिस ने लक्ष्य परेजा और उदय को भी अरेस्ट कर लिया था। इस वारदात में शामिल रेलवे ठेकेदार के बेटे यश सिरोही को भी पुलिस ने जेल भेज दिया है। लेकिन पीलीभीत के थाना माधोटांडा के मैनाकोट चौकी पर तैनात दरोगा अमरीश बाबू का बेटा दिव्यांशु अभी तक फरार हैं। पुलिस ने दिव्यांशु के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल किया है। उसकी अरेस्टिंग के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही है।
सिविल लाइंस में रामगंगा विहार हाईस्ट्रीट एरिया में आनंदम कॉलोनी के सामने 7 फरवरी, 2025 को बलेनो सवार 5 लड़कों ने 6 स्कूली छात्राओं को कुचल दिया था। कार की स्पीड 100 से भी ज्यादा थी। घटना का सीसीटीवी भी सामने आया था। इसमें दिख रहा था कि हादसे में छात्राएं कई मीटर तक हवा में उछलकर सड़क पर गिर गई थीं। इनमें से एक बोनट पर काफी दूर तक घिसटती चली गई थी। राहगीरों ने कार को दौड़कर रोका, तो 4 युवक उससे उतरकर भाग गए थे। कार चला रहे युवक को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था।
एक आरोपी के पिता बड़े कपड़ा कारोबारी हैं। दूसरे का पिता पुलिस में दरोगा और तीसरे का पिता रेलवे का बड़ा कांट्रेक्टर है। सभी 6 छात्राएं घायल हैं। इनमें से 5 को शहर के हरिद्वार हाईवे स्थित विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2 छात्राएं सीरियस हेड इंजरी की वजह से ICU में एडमिट की गई थीं। इनमें से एक को नाजुक हालत में दिल्ली रेफर कर दिया गया था। पुलिस ने एक छात्रा के पिता की तहरीर पर कार सवार 5 युवकों के खिलाफ छेड़खानी और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। बाद में पाॅस्को एक्ट भी बढ़ा दी गई है।
आरोपी दिव्यांशु के पिता पीलीभीत में दरोगा के पद पर तैनात हैं । जो कि अपने आरोपी बेटे को बचा रहे। जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक पीलीभीत को दरोगा को निलंबित करने के लिए एक चिट्ठी भेजी गई है।
रनविजय सिंह, SP सिटी मुरादाबाद
मुरादाबाद एसएसपी के द्वारा इंटीमेशन के लिए एक चिट्ठी भेजी गई है। दरोगा थाना माधोटांडा क्षेत्र के मैनाकोट चौकी पर तैनात हैं। उनके बेटे पर आरोप है। अभी निलंबित के लिए कोई भी पत्राचार नहीं मिला है, भेजा जाता है तो अवश्य कार्रवाई की जायेगी।
अविनाश पांडे, पुलिस अधीक्षक पीलीभीत