
साइबर अपराध किया तो पंच बसूलेंगे 1 लाख रुपए जुर्माना, लीली मेव
भास्कर समाचार सेवा
गोवर्धन। मथुरा जिले के गोवर्धन क्षेत्र में साइबर अपराधियों के गण दौलतपुर में साइबर अपराध रोकने के लिए पंचायत हुई। पंचायत में साइबर अपराध रोकने की पहल की गई। पंचायत के निर्णय न मानने और साइबर ठगी में संलिप्त होने की सूचना मिलने पर आरोपी के खिलाफ पंचायती जुर्मना 1 लाख रुपए वसूल किया जाएगा। इसके लिए गांव की बड़ी मस्जिद से मौलवी और ग्राम प्रधान ने एलाउंसमेंट करा दिया है जानकारी के मुताबिक गोवर्धन थाना क्षेत्र के देवसेरस, दौलतपुर, मड़ोरा साइबर ठगी के लिए पूरे देश में बदनाम हैं। यहां युवा पीढ़ी के दिमाग में साइबर ठगी के अनेकों तरीका चलायमान रहते हैं। सैकड़ों से अधिक युवा उत्तर प्रदेश के अलावा देश के विभिन्न प्रांतों की जेलों में साइबर ठगी के जुर्म में बंद हैं। दौलतपुर के साइबर अपराधी उत्तर प्रदेश के तत्तकालीन मुख्य सचिव सहित जयपुर राजस्थान के एक आईएएस अधिकारी को ठगी का शिकार बना चुके हैं। देश के विभिन्न प्रांतों की पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें इनके यहां आए दिन दबिश को पहुंचती हैं। गोवर्धन पुलिस भी साइबर ठगी के आरोप में हर दूसरे दिन यहां के युवाओं पर कार्रवाई करती रहती है।पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार की तो पंचायत कर अपनाया जान बचाने का तरीका साइबर अपराधियों के खिलाफ गोवर्धन पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार किया तो दौलतपुर के ग्रामीणों ने पंचायत कर साइबर अपराध रोकने की पहल शुरू कर दी। शुक्रवार को गांव में पंचायत कर साइबर अपराध रोकने का निर्णय लिया गया। ग्राम प्रधान लीली मेव ने बताया कि गांव में साइबर अपराध रोकने के लिए पंचायत की गई है। पंचायत में साइबर अपराध में संलिप्त लोगों पर कुरान उठवाई गई। फर्जी सिम कार्ड तोड़ कर फिकवा दिए हैं। पंचायत के निर्णय के बाद साइबर अपराध करने वाले पर 1 लाख रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। इसके लिए बडी मस्जिद से मौलवी नफीस के द्वारा अनाउंसमेंट कराया गया है। सीओ गोवर्धन राम मोहन शर्मा ने बताया कि दौलतपुर में साइबर अपराध छोड़ने के लिए समुदाय विशेष की पंचायत करने की जानकारी वहां के प्रधान द्वारा मिली है। अपराध छुड़ाने के लिए पंचायत की अच्छी पहल है। अपराध छोड़ देंगे तो तरक्की के मार्ग खुलेंगे, अपराध करेंगे तो कानून अपना काम करेगा।