इंदौर हादसा : 24 किन्नरों ने एक साथ क्यों पी लिया जहर, जानिए इसके पीछे की पूरी कहानी

इंदौर के नंदलालपुर इलाके में बुधवार शाम ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया। किन्नर समाज के डेरे में दो गुटों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि करीब 24 किन्नरों ने सामूहिक रूप से जहर पी लिया। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सभी को तुरंत एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कई की हालत नाज़ुक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम देर रात तक इलाज और निगरानी में जुटी रही।

पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह मामला गुस्से और हताशा में उठाया गया कदम प्रतीत होता है। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने हालात पर काबू पाया और डेरे के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। यह पूरा मामला किन्नर समाज में चल रहे संपत्ति और नेतृत्व विवाद की गहराई को उजागर करता है। अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए विशेष निगरानी और हस्तक्षेप जरूरी होगा।

डेरे में शाम को मचा हंगामा

एडिशनल डीसीपी दिशेष अग्रवाल ने बताया कि बुधवार शाम करीब 7 बजे पुलिस को डेरे में झगड़े और हंगामे की सूचना मिली। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी पंडरीनाथ, एसपी सराफा और खुद एडिशनल डीसीपी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचने पर देखा गया कि कई किन्नर बेहोशी की हालत में पड़े थे। जांच में सामने आया कि उन्होंने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया है।

हालात को देखते हुए सभी को एमवाय अस्पताल भेजा गया। वहां कुछ किन्नरों को वेंटिलेटर पर भी शिफ्ट करना पड़ा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही मरीजों की स्थिति स्थिर होगी, उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। तब तक आगे की कानूनी कार्रवाई रोकी गई है।
इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आसपास के लोगों ने बताया कि डेरे से अचानक चीखने और चिल्लाने की आवाजें आने लगी थीं, जिसके कुछ ही मिनट बाद यह हादसा हुआ।


फिनाइल पीने की आशंका, फॉरेंसिक जांच जारी

क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि यह पूरा विवाद दो गुटों के बीच लंबे समय से चली आ रही तनातनी का नतीजा है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि किन्नरों ने फिनाइल जैसा जहरीला पदार्थ पिया है। हालांकि इसकी पुष्टि फॉरेंसिक जांच के बाद ही होगी।

दंडोतिया ने बताया कि सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जायसवाल को पीड़ितों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं। अस्पताल प्रशासन ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम गठित की है जो लगातार मरीजों की स्थिति पर नज़र रखे हुए है। पुलिस ने डेरे से कई जहरीली बोतलें बरामद की हैं और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि घटना के पीछे की सच्चाई सामने लाने के लिए गवाहों के बयान और तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस इसे एक सामूहिक आत्महत्या की कोशिश के रूप में देख रही है, लेकिन इसके पीछे के असली कारणों की जांच जारी है।

गुटबाजी और संपत्ति विवाद की जड़ें गहरी

इस पूरी घटना की जड़ें किन्नर समाज के दो प्रमुख गुटों के बीच चल रहे ‘गादी’ (नेतृत्व) और संपत्ति के विवाद में हैं। पायल गुरु और सीमा गुरु के समर्थक पिछले कई महीनों से आपस में भिड़ते रहे हैं। कुछ समय पहले इस विवाद की जांच के लिए डीसीपी ऋषिकेश मीणा की अगुवाई में एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई थी, लेकिन उनके ट्रांसफर के बाद जांच अधर में लटक गई।

सूत्रों के अनुसार, दोनों गुट एक-दूसरे पर जमीन हड़पने, धमकी देने और जबरन कब्जे के आरोप लगा रहे हैं। हाल ही में एक गुट ने दूसरे पर हमले की धमकी भी दी थी। अब पुलिस इस पुराने केस को फिर से खोलने और SIT को पुनर्गठित करने की तैयारी कर रही है।

किन्नर समाज के एक वरिष्ठ सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमारे समाज की एकता टूट रही है। कुछ लोग नेतृत्व और संपत्ति के लालच में ऐसे कदम उठा रहे हैं, जिनसे पूरे समुदाय की छवि को नुकसान हो रहा है।”

इलाके में पहले भी सामने आया रेप केस

नंदलालपुर इलाका पहले भी सुर्खियों में रहा है। हाल ही में एक किन्नर ने दो मीडियाकर्मियों पर रेप का आरोप लगाकर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया कि 30 मई 2025 को डेरे के गुरु के खिलाफ पहले से एफआईआर दर्ज थी। इसी मामले में 12 जून को पत्रकार पंकज जैन और उसका साथी अक्षय डेरे पर पहुंचे।

किन्नर का आरोप है कि पंकज ने जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला, और मना करने पर उसे पुलिस एनकाउंटर की धमकी दी। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जांच अधिकारी के अनुसार, दोनों आरोपी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे।

यह मामला न केवल स्थानीय मीडिया की संवेदनहीन रिपोर्टिंग को उजागर करता है, बल्कि किन्नर समुदाय के प्रति समाज में फैले भेदभाव और असुरक्षा की भावना को भी दर्शाता है।

तनाव में डूबा नंदलालपुर इलाका, पुलिस ने की अपील

इन लगातार घटनाओं ने नंदलालपुर क्षेत्र में तनाव और अविश्वास का माहौल बना दिया है। पुलिस प्रशासन ने किन्नर समाज से अपील की है कि वे विवादों को बातचीत, अदालत या मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाएं।

इंदौर पुलिस ने यह भी कहा कि किसी भी समूह को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। वहीं, किन्नर समाज के कुछ वरिष्ठ नेता अब एकता और संवाद की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों।

डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि सभी घायलों की स्थिति धीरे-धीरे बेहतर हो रही है। प्रशासन का कहना है कि विवाद का स्थायी समाधान निकालने के लिए सामाजिक संगठनों और पुलिस की संयुक्त टीम काम करेगी। 

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