
नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइंस के लिए वर्तमान में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, क्योंकि देशभर में साढ़े पांच सौ से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। एयरलाइन कंपनी की यह अचानक की गई उड़ान रद्दीकरण की कार्रवाई यात्रियों के बीच निराशा और असंतोष का कारण बन गई है। खासतौर पर दिल्ली में, जहां करीब 200 फ्लाइट्स को कैंसिल किया गया है, इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इंडिगो ने अपनी उड़ानों को रद्द करने का कारण कंपनी की तकनीकी खामियों, कर्मचारियों की हड़ताल, या मौसम की खराबी जैसी विभिन्न संभावित वजहें बताई हैं। हालांकि, यात्रियों का कहना है कि इससे उनकी यात्रा योजनाएं अस्त-व्यस्त हो गई हैं और उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी हो रही है। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर की है, क्योंकि उन्हें लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है और अतिरिक्त चार्ज भी देना पड़ रहा है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर, करीब 200 फ्लाइट्स के रद्द होने से हजारों यात्री प्रभावित हुए हैं। बहुत से यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ रही है। कुछ यात्रियों को अपने टिकट रिफंड का इंतजार है, तो वहीं कई को नई टिकट बुक करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जिन यात्रियों का कार्यक्रम फंस गया है, वे एयरलाइन कंपनी के कस्टमर सर्विस से भी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
इंडिगो ने बयान में बताया है कि उड़ान रद्दीकरण का कारण तकनीकी खराबी और कर्मचारियों की हड़ताल है। कंपनी ने यात्रियों से माफी मांगी है और कहा है कि वे जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही, यात्रियों को रिफंड और नए टिकट की व्यवस्था के लिए उचित सहायता दी जा रही है।
यह स्थिति एयरलाइन की व्यवस्थाओं और तकनीकी स्वास्थ्य पर सवाल खड़े कर रही है। यात्रियों का सवाल है कि इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द क्यों की गईं और इससे पहले से ही बढ़ी हुई यात्रियों की समस्या का समाधान क्यों नहीं किया गया। सरकार और संबंधित प्रशासन से भी यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने की मांग उठ रही है।
इंडिगो के इस संकट से न केवल यात्रियों का भरोसा डगमगा रहा है, बल्कि वायु सेवा क्षेत्र की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं। जरूरी है कि एयरलाइन कंपनी जल्द ही इन समस्याओं का समाधान निकाले ताकि यात्रियों को बेहतर सेवा मिल सके और उनका भरोसा फिर से स्थापित हो सके।
यह भी पढ़े : KGMU ट्रामा की सिटी स्कैन मशीन 4 दिन से खराब पड़ी, हेड इंजरी के मरीजों का नहीं हो पा रहा इलाज; तीमारदार परेशान














