
India Pakistan Tension : सीजफायर के बाद जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की तरफ से लगातार नापाक हरकतें और उकसावे के प्रयास जारी है। सीमा पर की जा रही गोलाबारी, ड्रोन हमले और संघर्ष विराम के बावजूद भी पाकिस्तान की सेना अपने खतरनाक इरादे छोड़ने को तैयार नहीं है। इस स्थिति पर देश के कई अनुभवी और सेवानिवृत्त युद्ध नायकों का मानना है कि पाकिस्तान की इन हरकतों का मकसद सिर्फ तनाव बनाए रखना और जम्मू-कश्मीर को अस्थिर करना है। उनका यह भी कहना है कि अब समय है कि पाकिस्तान से संघर्ष विराम नहीं बल्कि गुलाम जम्मू-कश्मीर (PoK) को वापस लेने का कदम उठाया जाए।
सीजफायर के बाद रिटार्य़ड युद्ध नायकों की राय
सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना और सरकार दोनों ही जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान की ओर से हाल के दिनों में सीमा पर गोलीबारी और ड्रोन हमले यह साबित कर रहे हैं कि पाकिस्तान को अपने असली इरादों का कोई पछतावा नहीं है। अधिकारी का यह भी कहना है कि पाकिस्तान की सेना कभी भी हालात को सामान्य बनाने की दिशा में कदम नहीं उठाएगी बल्कि वह अपना नुकसान झेलते हुए भी तनाव को बनाए रखना चाहती है।
पाकिस्तान बार-बार तोड़ता रहा संघर्ष विराम
सेना के अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष विराम के बावजूद पाकिस्तान की हरकतें साफ संकेत हैं कि वह PoK को वापस पाने का प्रयास कर रहा है। उनका मानना है कि पहले भी संघर्ष विराम के कारण PoK उसके कब्जे में आया है और अब समय है कि भारत इस स्थिति को बदलने के लिए निर्णायक कदम उठाए। उनका इशारा इस ओर है कि अब PoK को वापस लेना ही एकमात्र समाधान है, ताकि भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता को सुरक्षित कर सके।
सीजफायर के बाद एलओसी पर छुटपुट फायरिंग जारी
पाकिस्तान सेना ने जम्मू-कश्मीर में ड्रोन हमले, सीमा पर गोलाबारी और छोटे-छोटे उकसावे के कदम जारी रखे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान अभी भी अपने नापाक इरादों से पीछे हटने को तैयार नहीं है। सीमा पर जारी इन गतिविधियों को भारतीय सेना ने खदेड़ने का प्रयास किया है, लेकिन पाकिस्तान की हरकतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
संबंधित विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की इन हरकतों का उद्देश्य न केवल सीमा पर तनाव बढ़ाना है बल्कि वहां के अंदरूनी हालात को भी बिगाड़ना है। कुछ विशेषज्ञों का यह भी तर्क है कि पाकिस्तान की सेना और सरकार के बीच तालमेल की कमी भी इस स्थिति को और खराब कर रही है।
PoK वापस चाहते हैं युद्ध के भारतीय नायक
वहीं, युद्ध के नायकों का कहना है कि अब समय है कि भारत पाकिस्तान के साथ शांति की दिशा में कदम बढ़ाने के बजाय अपनी सुरक्षा को मजबूत करें और PoK को वापस लेने का संकल्प लें। उनका विचार है कि पाकिस्तान की सेना और उसकी नीतियों को समझते हुए, अब भारत को कठोर फैसला लेना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर और पूरे देश की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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