
- महज पांच हजार में उपलब्ध होगी थरेपी की सुविधा,घुटनों के दर्द से मिलेगा छुटकारा
ओस्टियोआर्थराइटिस (घुटने और जोड़ों का अपक्षयी रोग) के दंश से देश के करोड़ों लोग ग्रसित हैं। समुचित इलाज, प्रबंधन या सटीक जानकारी की उपलब्धता के अभाव में, इस रोग से ग्रसित रोगी अयोग्य चिकित्सकों के शिकार भी बन जाते हैं। ऐसे रोगियों के लिए एस.जी.पी.जी.आई. की प्लाज्मा आधारित उन्नत तकनीक बड़ी उम्मीद लेकर आई है।
पीजीआई के चिकित्सकों ने प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा थेरेपी के जरिए घुटने के दर्द का इलाज अब कम लागत में संभव कर दिखाया है। यही नहीं, मरीजों पर इसका परीक्षण भी सफलतापूर्वक किया जा चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस थेरेपी के जरिए मरीजों में 90 प्रतिशत सुधार देखा गया है। थेरेपी के बाद मरीज को दर्द से राहत मिलती है, चलने-फिरने में सुगमता होती है और वे वेट-बियरिंग एक्सरसाइज करने में सक्षम हो जाते हैं, जिससे मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं।
विभागाध्यक्ष प्रो. संजय धीरज, प्रो. सुजीत गौतम, प्रो. संदीप क्यूबा और डॉ. चेतना समसेरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह थेरेपी संस्थान में 5,000 रुपये में उपलब्ध है और इसका प्रभाव एक से डेढ़ साल तक बना रहता है। इससे घुटना प्रत्यारोपण की आवश्यकता भी कई मामलों में टल सकती है।
शनिवार से दो दिवसीय इंडियन एसोसिएशन ऑफ पेन क्लिनिक का अधिवेशन शुरू हो रहा है, जिसमें लो बैक पेन, गर्दन दर्द, कैंसर मरीजों में दर्द प्रबंधन सहित कई उन्नत विधियों पर चर्चा होगी। सम्मेलन में कई तकनीकों के विस्तार, शोध और नए छात्रों के प्रशिक्षण पर भी विशेष सत्र होंगे।
प्रेसवार्ता के दौरान चिकित्सकों ने बताया कि न्यू ओपीडी भवन में सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना पेन क्लिनिक ओपीडी संचालित होती है। जरूरी होने पर मरीजों को भर्ती करने के लिए विभाग में वार्ड और डे-केयर वार्ड की सुविधा भी उपलब्ध है।














