नेपाल में बंधक बनाए गए भारतीय मजदूरों को भाजपा नेता रवि गुप्ता की सक्रिय पहल से मुक्त कराकर उन्हें अपने वतन वापस बुलाया गया है। नेपाल के मुख्यमंत्री, प्रशासन के डीएम और एसपी के सहयोग से यह राहत प्रदान की गई। जानकारी के अनुसार, नेपाल में भारतीय मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा था, उन्हें बेरहमी से मारा-पीटा जा रहा था और महिलाओं और बच्चों को भी प्रताड़ित किया जा रहा था।
पीड़ित मजदूरों ने अपनी दर्दभरी कहानी साझा करते हुए कहा कि उन्हें नई जिंदगी और उम्मीद रवि गुप्ता की वजह से मिली। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, छह भारतीय मजदूर अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
स्वदेश लौटने पर पीड़ित मजदूरों ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले और उत्तराखंड के किच्छा के निवासी हैं। नेपाल में बंधक बनाए गए मजदूरों में अमन वाल्मीकि, लालता प्रसाद, अब्दुल नसीम, लक्ष्मी देवी, दीक्षा, पूजा, देव, सुनीता, रोहित, शिवा, हिमांशु, आयुष, ब्रजेश और सचिन सहित कुल चौदह लोग शामिल हैं।
भा.ज.पा. नेता रवि गुप्ता के प्रयासों से इन मजदूरों को अपने घर लौटने का अवसर मिला, और अब वे अपने अनुभवों को साझा करते हुए उनके साथ किए गए अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।