
- कानपुर में भारतीय फौज की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’
- छावनी के गोलाघाट पर सेना ने सुबह सात बजे ‘ऑपरेशन’ शुरू किया
- चार घंटे तक मिशन में जुटे रहे सैन्य अधिकारी और जांबाज फौजी
- गंगा मैया को बचाने मैदान में उतरे बिग्रेडियर के नेतृत्व में 277 जवान
- बिग्रेडियर विजय पुनिया के साथ दर्जनों जेसीओ संभाले रहे कमान
- स्वच्छ भारत मिशन के तहत गंगा की सफाई के लिए सेना का मोर्चा
- गोलाघाट से दस टन कचरा साफ करने के बाद ही लौटी सैन्य टुकड़ी
भास्कर ब्यूरो
कानपुर : भारतीय सेना ने एक अनोखी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कर गंगा नदी की सफाई के लिए अभियान शुरू किया। यह अभियान छावनी के गोलाघाट क्षेत्र में सुबह सात बजे शुरू हुआ। सेना के अधिकारियों और जांबाज फौजियों ने पूरे अभियान के दौरान चार घंटे तक कड़ी मेहनत की, जिससे इस मिशन को सफलता मिली।

बिग्रेडियर विजय पुनिया के नेतृत्व में 277 जवानों की एक टुकड़ी गंगा की सफाई के लिए मैदान में उतरी। इस अभियान को ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत सेना द्वारा किया गया। बिग्रेडियर पुनिया के साथ दर्जनों जेसीओ (जूनियर कमिशंड ऑफिसर्स) ने मिलकर कमान संभाली और सफाई कार्य में जुटे रहे।
गंगा नदी की सफाई के इस प्रयास में सेना ने गोलाघाट से दस टन कचरा साफ किया। इस अभियान को एक सर्जिकल स्ट्राइक की तरह ही देखा गया, क्योंकि यह काम सटीक और तेज़ी से किया गया। सेनिकों ने हर बारीकी से काम किया और निर्धारित लक्ष्य को हासिल किया।

बता दें कि यह मिशन न केवल गंगा के तट को स्वच्छ करने में मददगार साबित हुआ, बल्कि यह भारतीय सेना की तत्परता और देश के पर्यावरण को बचाने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है। सैन्य टुकड़ी का यह अभियान केवल एक स्वच्छता अभियान नहीं था, बल्कि यह भारतीय सेना के अनुशासन, समर्पण और देशवासियों के प्रति उसकी जिम्मेदारी को भी दर्शाता है।