
अयोध्या : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने एक दिवसीय अयोध्या दौरे के दौरान हनुमानगढ़ी में श्रीहनुमत कथा मंडपम का लोकार्पण किया। इस माैके पर योगी ने सनातन धर्म को भारत के अस्तित्व और वजूद का आधार बताते हुए कहा कि इसके सम्मान और गरिमा के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के नागाओं और संतों से आह्वान किया कि वे अपने योद्धा भाव को बनाए रखें और सनातन धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें। उन्होंने पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत छेड़ता नहीं है और कोई छेड़े तो उसे छोड़ता भी नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी ने हनुमानजी का उदाहरण देते हुए कहा कि बजरंगबली ने रावण के दरबार में यही संदेश दिया था। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देकर खुद को बर्बाद कर रहा है। भारतीय सेना की कार्रवाई में 124 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। यह गलती पाकिस्तान की है, जो आतंकियों को प्रश्रय दे रहा है। ये आतंकवाद पाकिस्तान को ले डूबेगा और इसमें ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अध्यात्मिक जगत में कोई अस्तित्व नहीं है। जिसका अपना वास्तविक अस्तित्व न हो, उसकी एक निश्चित लाइफ होती है। अब पाकिस्तान का समय पूरा हो गया है। उसके अंत की शुरुआत हो चुकी है और आतंकवाद ही उसके अंत का कारण बनेगा।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में अयोध्या को अव्यवस्थाओं में झोंककर इसे अपमानित करने का कार्य किया गया। वहीं 2014 और 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार में अयोध्या का विकास डबल स्पीड से हुआ है। योगी ने कहा कि देश को सनातन धर्म के मार्ग में बाधा डालने वालों को चिह्नित करना होगा। सनातन धर्म भारत के अस्तित्व की पहचान है और इसकी गरिमा और सम्मान के विरुद्ध हमें कुछ भी स्वीकार नहीं है।
त्रेतायुगीन विरासत और सनातन धर्म का रक्षक है हनुमानगढ़ी
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत हनुमानगढ़ी के त्रेतायुगीन टीले को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि यहां से हनुमानजी महाराज ने अयोध्या धाम की रक्षा की है। उन्होंने बाबा अभयराम दासजी महाराज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह श्रीहनुमत कथा मंडपम बाबा अभयराम दासजी की दूरदर्शिता और वैष्णव अखाड़ों की सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक है। उनकी कृपा से आज हम इस भव्य स्वरूप को देख रहे हैं। उन्होंने हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन, पूज्य संतों और नागाओं की प्रशंसा की, जिन्होंने एक-एक पाई बचाकर इस मंडपम का निर्माण किया। योगी ने कहा कि हनुमानगढ़ी केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए योद्धा भाव का प्रतीक है। यह मंडपम आने वाली पीढ़ियों के लिए हनुमानगढ़ी के वैभव को संरक्षित रखेगा। उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी का यह मंडपम न केवल आध्यात्मिक केंद्र बनेगा, बल्कि सत्संग और कथाओं के माध्यम से सनातन धर्म के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाएगा।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि 2014 और 2017 से पहले अयोध्या अव्यवस्था, टूटी-फूटी सड़कों, बिजली की कमी और गंदगी से जूझ रही थी। जब हम यहां आते थे, तो राम की पैड़ी का पानी सड़ता था, घाटों पर गंदगी थी और हर दूसरे दिन कर्फ्यू जैसी स्थिति रहती थी। लेकिन 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार ने अयोध्या को नया स्वरूप दिया। उन्होंने अयोध्या के बुनियादी ढांचे में आए बदलावों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या अब फोरलेन सड़कों से जुड़ चुकी है और शहर के अंदर के मार्ग भी चौड़े हो गए हैं। पहले जहां एक ट्रेन के लिए लोग तरसते थे, आज अयोध्या देश के हर कोने से रेलवे के माध्यम से जुड़ गया है। महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण ने अयोध्या को वैश्विक मानचित्र पर ला दिया है। त्रेतायुग में भगवान राम पुष्पक विमान से आए थे। उसके बाद अब जाकर यहां बड़े-बड़े विमान उतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरयू के घाट और अयोध्या के कुंड अब स्वच्छ और सुंदर हैं। बिजली की समस्या इतिहास बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव के आयोजन को अयोध्या के वैभव को पुनर्जनन देने वाला कदम बताया। कहा कि 2017 में जब दीपोत्सव शुरू हुआ तो हमारा विश्वास था कि अयोध्या ने ही दुनिया को दीपावली दी है। आज यह आयोजन वैश्विक स्तर पर अयोध्या की पहचान बन चुका है।
लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने पूर्वोत्तर अयोध्या के बलिदानी लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने हुए कहा कि सेना के अतिरित प्रदेश सरकार वीरगति प्राप्त करने वाले हमारे वीरों के परिवारों को 50 लाख रुपये, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर स्मारक बनाकर सम्मान देने का काम रही है। इस अवसर पर प्रेमदासजी महाराज, महंत संतराम दासजी महाराज, महंत मुरलीदासजी महाराज, महंत रामचरण दासजी महाराज, सरपंच रामकुमार दासजी महाराज समेत अन्य संत और जनप्रतिनिधि माैजूद रहे।