नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का पहला मुकाबला बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच में कीवी टीम ने भारत पर 8 विकेट से जीत दर्ज कर ली है। इसी के साथ न्यूजीलैंड ने सीरीज पर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।इस मुकाबले में न्यूजीलैंड के घातक खिलाड़ी रचिन रविंद्र ने टीम के जीत में अहम भूमिका निभाई। पहली पारी में उन्होंने 134 रनों की शतकीय पारी खेली। वहीं, दूसरी पारी में नाबाद रहकर टीम के लिए 39 रन बनाए। इस शानदार खेल के प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
आपको बता दें, मुकाबले में टीम इंडिया की शुरुआत काफी खराब रही थी। पहली पारी में भारतीय टीम महज 46 रनों पर सिमट गई थी। टीम के कप्तान का मानना है कि टॉस जीतकर पहले बैटिंग करना टीम के हार के पीछे की अहम वजह रही।
क्या थी हार की अहम वजह?
बेंगलुरु टेस्ट में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जो टीम के लिए काफी गलत साबित हुआ। आपको बता दें, पहली पारी में टीम इंडिया महज 46 रनों पर सिमट गई थी। कप्तान रोहित शर्मा के मुताबिक पिच को समझने में भूल करना ही टीम के हार की सबसे बड़ी वजह थी। उनका मानना है कि टीम अगर पहले बॉलिंग करती तो शायद नतीजा कुछ और निकलता। इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के बदौलत टीम ने दूसरी पारी में कमबैक किया और न्यूजीलैंड के सामने 462 रनों का स्कोर बनाया। लेकिन इसके बावजूद टीम जीतने में असफल रही।
टीम के दिग्गज खिलाड़ी हो गए थे शून्य पर आउट
मुकाबले की पहली पारी के दौरान कप्तान रोहित शर्मा (2)और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसावल (13) ज्लदी आउट हो गए थे। इसके बाद टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली, सरफराज खान, केएल राहुल, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा बिना खाता खोले पवेलियन की ओर रवाना हो चले थे।
चौथे दिन नई गेंद ने बढ़ाई टीम इंडिया की मुश्किलें
बेंगलुरु टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने मैच का रूख बदल कर रख दिया था। इसमें तुफानी बल्लेबाज सरफराज खान ने 150 रनों की शानदार पारी खेली थी। इसके अलावा ऋषभ पंत ने भी 99 रनों की कमाल की पारी खेली। हालांकि, इस दौरान वह अपने शतक से महज एक रन दूर रह गए थे। मैच में नई गेंद आने के बाद इंडिया की मुश्किले बड़ गई थी। मुकाबले में जब तक पुरानी गेंद थी, बल्लेबाज रन बना रहे थे। लेकिन नई गेंद आते ही रन बनने भी रूक गए और विकेट भी तेजी से गिरते गए।