दीपावली को यूनेस्को की सूची में शामिल करना भारत की सांस्कृतिक उपलब्धि : बोले – हेमंत खण्डेलवाल

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने दीपावली महापर्व को यूनेस्को की इन्टेंजिबल कल्चरल हैरिटेज सूची में शामिल किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने इसे प्रत्येक भारतवासी के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार विकास के साथ-साथ विरासत को भी सहेजने का काम कर रही है और वह दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री मोदी इसी रास्ते पर कदम बढ़ाते हुए सारी दुनिया में भारतीय संस्कृति का परचम फहराएंगे। भारत और भारतीय संस्कृति को मिली इस उपलब्धि पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं तथा देश और प्रदेश के नागरिकों को बधाई देता हूं।


खण्डेलवाल ने कहा कि भारतीय सभ्यता उत्सवधर्मी रही है और इस नाते से दीपावली महापर्व इस सभ्यता की आत्मा रहा है। इस पर्व को यूनेस्को की कल्चरल हैरिटेज सूची में शामिल किया जाना भारत समेत दुनिया भर में बसे सभी सनातनियों के लिए अत्यंत गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि उत्सव, उल्लास और रोशनी का पर्व दीपावली हमारी संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक प्रकाश की पहचान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हमारी सरकार विकास के साथ विरासत भी के ध्येय के साथ भारत की प्राचीन ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और अध्यात्मिक परंपराओं, पर्वों और धरोहरों के अभ्युदय के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि यूनेस्को द्वारा दीपावली को वैश्विक धरोहर घोषित करना प्रत्येक भारतीय नागरिक का वैश्विक सम्मान है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूँ।


खण्डेलवाल ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभालने के उपरांत ही नरेंद्र मोदी ने देश के विकास के साथ-साथ भारत की गौरवशाली संस्कृति और विरासत को सहेजने के प्रयास शुरू कर दिये थे। उन्होंने ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों के जीर्णोद्धार और विकास का बीड़ा उठाया। उनके कार्यकाल केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम, चार धाम यात्रा मार्ग का उन्नयन, काशी विश्वनाथ कॉरीडोर, उज्जैन में महाकाल महालोक का निर्माण, सोमनाथ मंदिर तथा माता वैष्णो देवी मंदिर का विकास, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में प्रभु श्रीराम वन गमन पथ का विकास आदि ऐसे काम हैं, जिनके माध्यम से प्रधानमंत्री ने प्रत्येक भारतीय को उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया है। यही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संस्कृति को सारी दुनिया में सम्मान दिलाने का काम किया है। प्रधानमंत्री जी की सोच स्पष्ट है और वे अपने प्रयासों से निश्चित रूप से भारत माता के सम्मान को परम वैभव पर पहुंचाएंगे। दीपावली महापर्व को यूनेस्को की सूची में शामिल किया जाना इसी का संकेत है।

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