याताय़ात महीने में सुरक्षा इंतजामों की कातिल स्टंटबाजों ने खोली पोल…बेलगाम रफ्तार ने पुलिसिया दावों के साथ जिंदगी को रौंदा 


शीर्षक –
– बैराज पर पिकेट और डॉयल 112 की तैनाती का दावा
– जानलेवा स्टंटबाजी रोकने को खाकी की मुस्तैदी नदारद
– भाविका गुप्ता की मौत का जिम्मेदार स्टंटबाज लापता
– पुलिस का दावा- किसी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती

 
कानपुर। यातायात माह धूमधाम के साथ रफ्ता-रफ्ता आगे सरक रहा है। सड़क पर सुरक्षा इंतजाम और ट्रैफिक तौर-तरीके सीखाने-समझाने के सैकड़ों दावे हवा में मंडरा रहे हैं, लेकिन हकीकत गंगा बैराज पर स्टंटबाजों की कातिलाना हरकत से सामने है। जिंदगी को जोखिम में डालने वाली तमाम स्टंटबाजी सामने आने के बाद खाकी का पुख्ता दावा है कि, हरकत पर लगाम के लिए गंगा बैराज के दोनों छोर पर डॉयल 112 के साथ पिकेट का पहरा रहता है। यह दावा फर्जी है, क्योंकि पिकेट और डॉयल-112 मुस्तैद होती तो आज परिवार की इकलौती बिटिया भाविका गुप्ता जिंदा होती। 110 किलोमीटर की रफ्तार से सड़क को रौंदती स्पोर्ट्स बाइक ने स्कूटी पर सवार भाविका और नेहा के साथ पुलिस के दावों को रौंद दिया। हादसे के 24 घंटे बाद भी कातिल स्टंटबाज को पकड़ने में पुलिस नाकाम है। दावा है कि, वह खुद भी जिंदगी के लिए किसी अस्पताल के आईसीयू में मौत से जूझ रहा है।


110 किमी की रफ्तार पर सवार बृजेश निषाद
हादसा गुरुवार की शाम साढ़े सात बजे के करीब हुआ, जब उन्नाव के सर्वोदय नगर निवासी भाविका गुप्ता (23) अपनी सहेली नेहा मिश्रा के साथ स्कूटी से गंगा बैराज घूमने आई थी। बैराज के टी-प्वाइंट से घर के लिए वापस मुड़ने के दौरान बिठूर की ओर से 110 किलोमीटर की रफ्तार से स्टंट करते आए स्पोर्ट्स बाइक सवार ने सीधे टक्कर मारते हुए स्कूटी के परखच्चे उड़ा दिये। हादसे के वक्त रफ्तार का अंदाजा यूं लगाइए कि, स्कूटी को समेटते हुए स्पोर्ट्स बाइक करीब 50 मीटर तक घसीटती चली गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दो स्पोर्ट्स बाइक में स्टंट के साथ रफ्तार की होड़ थी, लेकिन हादसे के बाद दूसरी बाइक पर सवार भाग निकले। हादसे में डीएवी डिग्री कॉलेज में बीए थर्ड ईयर की छात्रा और एनसीसी कैडेट भाविका की मौत हो गई, जबकि नेहा को प्राथमिक उपचार के बाद परिजन घर लेकर चले गए।

इंस्टाग्राम से कातिल की शिनाख्त, लेकिन गिरफ्तारी नहीं
हादसे के बाद क्षतिग्रस्त स्पोर्ट्स बाइक छोड़कर दूसरी बाइक पर सवार स्टंटबाज अपने जख्मी साथी को लेकर मौके से भाग निकले। पुलिस ने बाइक के आरटीओ रजिस्ट्रेशन (UP78HM3986) के जरिए पहचान कराने की मोहलत मांगी, लेकिन मौके पर मौजूद परिजनों ने क्षतिग्रस्त बाइक पर लिखी इंस्टाग्राम आईडी को सर्च किया तो कातिल का नाम-पता सामने था। स्टंटबाजों के एक साथी ने एक पोस्ट पर कमेंट किया था कि एक्सीडेंट हुआ है गंगा बैराज में जिंदा हो या निपट गए… लड़कियों को तो मार दिया तुमने। इस पर दूसरे साथी ने रिप्लाई दिया कि बृजेश निषाद ने उड़ाया है अपनी बाइक से। इसके बाद नवाबगंज इंस्पेक्टर केशव कुमार तिवारी ने परिजनों की तहरीर और साक्ष्यों के आधार पर बृजेश निषाद नामक युवक के खिलाफ एफआईआर लिखी है, लेकिन गिरफ्तारी के सवाल पर बताया कि, किसी अस्पताल के आईसीयू में गंभीर हालात में जख्मी है, जल्द ही गिरफ्तारी होगी। हाईटेक जमाने में इंस्ट्राग्राम आईडी पर पोस्ट करने वाले साथियों का नाम-पता हासिल करते हुए कातिल स्टंटबाज के घर तक पहुंचना मुश्किल नहीं है, लेकिन अभी शायद फुर्सत नहीं है।


बैराज पर सुरक्षा इंतजामों की पोल खुली
गंगा बैराज पर आए दिन जान-जोखिम वाले स्टंटबाजों के कारण दोनों छोर पर पिकेट के साथ-साथ डॉयल -112 और जेब्रा की तैनाती का दावा है, लेकिन गुरुवार की शाम हुए हादसे के दौरान पिकेट और डॉयल -112 नदारद थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि, राहगीरों और सैर-सपाटा करने आए लोगों ने दुर्घटना के बाद घायलों को संभाला था। कमिश्नरेट पुलिस काफी देर बाद मौके पर पहुंची थी। गौरतलब है कि, यह हालत तब है, जब यातायात माह में अतिरिक्त सजगता और सर्तकता का दावा है। तमाम स्थानों पर यातायात नियमों की पाठशाला आयोजित हो रही हैं, ट्रैफिक पुलिस और नागरिक पुलिस कथित रूप से सड़कों पर मुस्तैद है, लेकिन अफसोस.. भाविका की जिंदगी बचाने के लिए खाकी की मुस्तैदी गंगा बैराज पर नहीं थी।

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