भास्कर समाचार सेवा
मथुरा। अधिवक्ता कमीशन की मांग को लेकर मंगलवार को जिला जज की अदालत में रिवीजन याचिका दाखिल हुई। अब इस याचिका पर आठ जुलाई को सुनवाई होगी। श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मामले में मंगलवार को मथुरा जनपद न्यायालय में एक रिवीजन याचिका दाखिल हुई। जिसमें न्यायालय से ग्रीष्मकालीन अवकाश में ही सर्वे कराने की मांग की गई है। अधिवक्ता कमीशन की मांग के प्रार्थना पत्र पर आठ जुलाई को सुनवाई होगी। यह याचिका जिला जज की अदालत में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने दाखिल की है। न्यायालय ने सुनवाई के लिए आठ जुलाई की अगली तारीख दी गई है। याचिका में फॉर्मल सिविल की मांग की गई है। सोमवार को सिविल कोर्ट ने विवादित स्थल के सर्वे के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई की थी। सिविल कोर्ट ने जिसमें एक जुलाई को सुनवाई की तारीख दी गई है। रिवीजन याचिका दाखिल करने वाले वादी श्रीकृष्ण जन्मभूमि दिनेश शर्मा ने बताया कि पहले हमने सिविल कोर्ट में प्रार्थना की थी, कि ईदगाह के अंदर कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करके उनसे प्राचीन साक्षों की निगरानी करके रिपोर्ट मांगी थी। उसमें सिविल न्यायालय ने एक जुलाई की तारीख लगाई थी, एक जुलाई तारीख के खिलाफ जिला जज की अदालत में अपील की है। जिसमें मांग की गई है कि उस प्रार्थना पत्र पर तुरंत सुनवाई होनी चाहिए कि ईदगाह वाले लोग प्राचीन साक्ष्यों को नष्ट करने में लगे हैं। जिला जज की अदालत ने आठ जुलाई की ताखीर लगाई गई है। हमने यही मांग रखी थी कि जल्द से जल्द कोर्ट कमिश्नर भेजा जाए। जिससे ये लोग प्राचीन साक्षों को नष्ट न कर सकें। रंगाई, पुताई, मेंटिनेंश के बहाने दरगाह वाले लोग प्राचीन साक्षों को नष्ट करने में लगे हुए हैं। वादी दिनेश शर्मा ने ग्रीष्मकाल अवकाश का कोर्ट में हवाला दिया था। वहीं एक अन्य वादी महेंद्र प्रताप सिंह ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल कर सभी वादों की एक साथ सुनवाई करने और अपना वाद सबसे ऊपर रखने की मांग की। इस पर अदालत ने एक जुलाई को सुनवाई की तारीख तय की। एडीजे सप्तम की अदालत में वादी शैलेंद्र सिंह के वाद पर सुनवाई थी। अदालत केस से संबंधित दस्तावेज दाखिल करने का आदेश दिया और सुनवाई के लिए 15 जुलाई की तारीख तय की है।