
जालौन। कदौरा नगर में बावनी स्टेट के नाम से संचालित उपडाकघर को मकान मालिक द्वारा खाली कराए जाने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यह उपडाकघर 1964 से ग्राम बबीना निवासी अजीत निगम के मकान में संचालित हो रहा था।
शुरुआती दौर में किराया मात्र 30 पैसे प्रति माह तय किया गया था, जो सितंबर 2006 में बढ़कर 80 रुपये प्रति माह हो गया। लेकिन डाक विभाग ने 2006 से अब तक किराया नहीं चुकाया, जिससे मकान मालिक को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
कई बार किराया मांगने के बावजूद भुगतान न मिलने पर मकान मालिक अजीत निगम ने सिविल जज (जू. डि.) दानबीर सिंह की अदालत में याचिका दायर की। अदालत ने डाक विभाग को किराया अदा करने और मकान खाली करने का आदेश दिया, लेकिन विभाग ने इसे नज़रअंदाज़ किया।
आखिरकार, 11 मार्च 2025 को अदालत ने पुलिस अधीक्षक को मकान खाली कराने का आदेश दिया। शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में भवन मालिक ने डाकघर का सारा सामान सड़क पर फेंक दिया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई और खाताधारक परेशान हो गए।
डाकघर से जुड़े खाताधारकों को अचानक यह देख परेशानी का सामना करना पड़ा। क्षेत्रीय लोगों ने इस स्थिति पर नाराजगी जताई और डाक विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। अब सवाल उठ रहा है कि डाक विभाग नया स्थान ढूंढकर कब तक सेवा बहाल करेगा? इस पर विभागीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया का इंतजार है।