डासना जेल में महिला बंदियों ने वट वृक्ष की पूजा करते हुए रखा व्रत

भास्कर समाचार सेवा

गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक जिला जेल डासना में महिला बंदियों ने व्रत रख कर पतियों की लंबी उम्र की कामना की है। डासना की जिला जेल में 28 महिला बंदियों ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर पति की लंबी उम्र की कामना की है। जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि सावित्री को भारतीय संस्कृति में आदर्श नारी और पतिव्रता के लिए ऐतिहासिक चरित्र माना जाता है। पति के प्राणों की रक्षा के लिए वो यमराज के पीछे पड़ गईं और अपने पति को जीवनदान देने के लिए विवश कर दिया। इस वजह से हर वर्ष ज्येष्ठ अमावस्या के दिन वट सावित्री व्रत रखा जाता है। हिंदू विवाहित महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए वट सावित्री का व्रत रखती हैं।  जेलर ब्रिजेन्द्र सिंह ने बताया कि पुराणों के अनुसार वट वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों देवताओं का वास है। बताया जाता है कि महिलाएं वट वृक्ष के पास बैठकर पूजन, व्रत कथा सुनने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान बुद्ध को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसलिए वट वृक्ष को ज्ञान, निर्वाण व दीर्घायु का पूरक माना गया है। महिलाएं व्रत-पूजन कर कथा के साथ-साथ वट वृक्ष के आसपास सूत का धागा परिक्रमा के दौरान वट वृक्ष में लपेटती हैं, जिसे रक्षा कहा जाता है। साथ ही पूजन के बाद अपने पति को रोली और अक्षत् लगाकर चरणस्पर्श कर प्रसाद वितरित करती हैं। महिला बंदियों ने वट वृक्ष की पूजा और व्रत रखने के तमाम इंतज़ाम जेल प्रशासन के डिप्टी जेलर शैलेश सिंह, अजय कुमार झा, डिप्टी जेलर अजय सिंह, डिप्टी जेलर संजय शाही, डिप्टी जेलर विजय कुमार गौतम, जेल हेड वार्डन शिव कुमार शर्मा महिला डिप्टी जेलर के अलावा जेल में तैनात जेल कर्मचारियों ने पूरा सहयोग किया।

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