
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के बीच नई दिल्ली में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए, जो दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करने का संकेत हैं।
रक्षा साझेदारी और आर्थिक सहयोग
भारत और न्यूजीलैंड ने अपनी रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने का निर्णय लिया। दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योगों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही, दोनों देशों ने भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर बातचीत शुरू करने का भी निर्णय लिया, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और गहरा करेगा।
अवैध प्रवास पर समझौता
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत और न्यूजीलैंड अवैध प्रवास से निपटने के लिए एक साझा समझौता तैयार करने पर काम करेंगे, जिससे दोनों देशों की सुरक्षा और प्रवासी नीतियों को मजबूत किया जा सके।
आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी
आतंकवाद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और पीएम लक्सन ने एकजुट होकर इसे हर रूप में अस्वीकार किया। साझा बयान में कहा गया कि चाहे वह 2019 का क्राइस्टचर्च हमला हो या 2008 का मुंबई हमला, दोनों देशों ने आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ अपनी साझेदारी को और मजबूत करने का वचन लिया।
रायसीना डायलॉग 2025 में प्रमुख सहभागिता
प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम लक्सन का भारत में स्वागत करते हुए कहा कि उनका हालिया भारत दौरा विशेष महत्व रखता है। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम लक्सन 2025 में रायसीना डायलॉग में मुख्य अतिथि होंगे, जो भारत और न्यूजीलैंड के बीच बढ़ते संबंधों का प्रतीक है।
समग्र सहयोग की दिशा में कदम
इन समझौतों के साथ, दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस दौरे से भारत और न्यूजीलैंड के रिश्तों को एक नई ऊंचाई मिलेगी, जो आने वाले वर्षों में दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगा।