
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की, जिसे दोनों नेताओं ने ‘बेहद पॉजिटिव और प्रोडक्टिव’ बताया। इस संवाद में उन्होंने यूक्रेन की एयर डिफेंस प्रणाली को मजबूत बनाने और रूस के ताजा मिसाइल हमलों से निपटने पर चर्चा की। जेलेंस्की ने ट्रंप से गुजारिश की कि जैसे उन्होंने मिडल ईस्ट में शांति स्थापित करने का प्रयास किया था, वैसे ही अब रूस-यूक्रेन युद्ध को भी समाप्त कराने में अपनी डिप्लोमैटिक ताकत लगाए। ट्रंप ने भी इस कॉल के दौरान यूक्रेन के समर्थन की पुनः पुष्टि की।
यह बातचीत उस समय हुई है जब रूस के हमले फिर से तेज हो गए हैं और कई शहरों की ऊर्जा आपूर्ति तबाह हो चुकी है। सवाल उठता है कि क्या ट्रंप वाकई गाजा में मिसाइलों की बौछार रोक पाएंगे और यूक्रेन में भी युद्ध को समाप्त कर पाएंगे?
यूक्रेन-रूस जंग के बीच जेलेंस्की का SOS कॉल
रूस के लगातार हमलों और शहरों की तबाही के बीच जेलेंस्की ने ट्रंप को फोन कर मदद मांगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बताया कि रूस की ताजा मिसाइल स्ट्राइक ने यूक्रेन की ऊर्जा संरचना को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। उन्होंने ट्रंप को याद दिलाया कि अमेरिका ने अब तक यूक्रेन की रक्षा में अहम भूमिका निभाई है, और यह समर्थन आगे भी जारी रहना चाहिए।
जेलेंस्की ने फेसबुक पर लिखा, “अगर एक इलाके में जंग रुक सकती है, तो दूसरी जगह भी रुक सकती है- इसमें कोई शक नहीं।” उनका इशारा ट्रंप की मिडल ईस्ट पॉलिसी की तरफ था, जहां उन्होंने इजरायल-हमास संघर्ष को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी। अब जेलेंस्की उस कूटनीतिक दखल की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि रूस के साथ बातचीत संभव हो सके।
वाइट हाउस का बदला हुआ रुख और नई उम्मीदें
फरवरी में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच वाइट हाउस में जबरदस्त बहस हुई थी, जिसने विश्व स्तर पर सुर्खियां बटोरीं। लेकिन अब माहौल बदला हुआ नजर आ रहा है। ट्रंप ने हाल ही में जेलेंस्की की तारीफ की और उन्हें ‘नाइस गाय’ कहकर सम्मानित किया। सितंबर में दोनों नेताओं की UN जनरल असेंबली में मुलाकात भी हुई, जहां उन्होंने भविष्य की सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की।
यह फोन कॉल दोनों देशों के बीच फिर से बेहतर संबंध का संकेत है। यूक्रेन को उम्मीद है कि अमेरिका रूस पर दबाव बनाएगा और युद्ध को बातचीत के जरिए खत्म कराने में मदद करेगा।
अगली पीढ़ी की सुरक्षा के लिए कदम
दोनों नेताओं की बातचीत का मुख्य फोकस यूक्रेन की एयर डिफेंस को बेहतर बनाने पर था। रूस ने हाल के हफ्तों में ड्रोन और मिसाइल से यूक्रेन के ऊर्जा नेटवर्क पर कई हमले किए हैं, जिससे बिजली और हीटिंग सिस्टम प्रभावित हुए हैं। इस पर दोनों ने सहमति जताई है कि अमेरिका यूक्रेन को नई तकनीकों और इंटरसेप्शन सिस्टम्स की मदद देगा ताकि यूक्रेन अपने हवाई सुरक्षा को मजबूत कर सके। यह समझौता यूक्रेन की रक्षा के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है और युद्ध की दिशा को बदलने में मदद कर सकता है।
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