आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: रविवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल मुकाबला

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबला रविवार (9 मार्च) को दुबई में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। यह ठीक एक सप्ताह पहले हुए ग्रुप स्टेज मुकाबले की पुनरावृत्ति होगी, जहां भारत ने शानदार जीत दर्ज की थी। अब तक इस टूर्नामेंट में भारत अजेय रहा है, जबकि न्यूजीलैंड ने अपनी लय हासिल करने के लिए सभी चार अलग-अलग स्थानों पर मैच खेले हैं। न्यूजीलैंड को दुबई में खेलने का अनुभव है और कागज पर वे भारत को कड़ी चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार दिखते हैं।

टीम संयोजन और पिच की भूमिका

भारत को अपने अंतिम एकादश को लेकर एक बड़ा फैसला करना होगा—क्या वे कुलदीप यादव की जगह एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को खिलाएं? हालांकि, इससे उनके पास बाएं हाथ के न्यूजीलैंड बल्लेबाजों के खिलाफ स्पिन का एक प्रभावी विकल्प कम हो जाएगा। दूसरी ओर, न्यूजीलैंड को यह तय करना होगा कि खराब फॉर्म में चल रहे विल यंग की जगह डेवोन कॉनवे को मौका दें या नहीं।

दुबई की पिच धीमी और टर्निंग रही है, जिससे स्पिनरों को मदद मिली है। अब तक के चार मैचों में, जिस टीम के स्पिनर प्रभावी रहे, वह जीत दर्ज करने में सफल रही। भारत के स्पिनर तेज और सीधी गेंदबाजी करने में माहिर हैं, जो इस पिच पर कारगर साबित हो सकता है।

मैट हेनरी बनाम भारत का टॉप ऑर्डर: नई गेंद से खतरनाक चुनौती

न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज मैट हेनरी भारत के शीर्ष क्रम के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं। उन्होंने पावरप्ले में भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ 20.20 की औसत से 10 विकेट लिए हैं। उनके नाम भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल के विकेट भी दर्ज हैं। हालांकि, रोहित शर्मा ने हाल के मैचों में उनके खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाई है और पिछले दो मुकाबलों में हेनरी के खिलाफ 18 गेंदों पर 33 रन बनाए हैं।

भारत के सलामी बल्लेबाज आमतौर पर तेज शुरुआत करना पसंद करते हैं, लेकिन न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के खिलाफ उन्हें शुरुआत में सतर्क रहना पड़ सकता है। हालांकि, हेनरी की फिटनेस पर संशय बना हुआ है, क्योंकि सेमीफाइनल में फील्डिंग के दौरान उनके कंधे में चोट लगी थी।

स्पिन बनाम भारत का मध्यक्रम: क्या सैंटनर और ब्रेसवेल तोड़ेंगे भारतीय किला?

न्यूजीलैंड के स्पिनर मिचेल सैंटनर और माइकल ब्रेसवेल इस टूर्नामेंट में बेहतरीन लय में हैं। सैंटनर की सफलता का सबसे बड़ा कारण उनकी सटीकता रही है—उन्होंने 39.5 प्रतिशत गेंदें स्टंप्स पर डाली हैं, जिससे बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका कम मिला है। हालांकि, विराट कोहली के लिए बाएं हाथ के स्पिनर परेशानी का सबब रहे हैं। 2022 से अब तक, कोहली का औसत लेफ्ट आर्म स्पिन के खिलाफ केवल 26.80 का रहा है और उनका स्ट्राइक रेट भी 73 प्रति 100 गेंद से नीचे चला जाता है।

हालांकि, शुभमन गिल ने सैंटनर और ब्रेसवेल के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है। गिल ने सैंटनर के खिलाफ 115 रन और ब्रेसवेल के खिलाफ 62 रन बनाए हैं, और अब तक उनसे आउट नहीं हुए हैं। मध्यक्रम के लिए स्पिन का सामना करना अहम रहेगा, खासकर जब दबाव में बड़े शॉट लगाने की जरूरत होगी।

रचिन रवींद्र: कीवी टीम का एक्स-फैक्टर

रचिन रवींद्र इस टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड के लिए सबसे बड़े रन-स्कोरर रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार शतक लगाए हैं। भारत के खिलाफ ग्रुप स्टेज मैच में उनका शुरुआती विकेट गिरने के बाद टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। यदि फाइनल में वे क्रीज पर टिके रहते हैं, तो भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को अपने गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ सकता है।

न्यूजीलैंड की चुस्त फील्डिंग बनाम भारत की ढीली पकड़

इस टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड की फील्डिंग शानदार रही है, और उन्होंने कैचिंग में 91.1 प्रतिशत की सफलता दर हासिल की है, जो किसी भी अन्य टीम से बेहतर है। उन्होंने अब तक 31 कैच लपके हैं और केवल तीन कैच छोड़े हैं। दूसरी ओर, भारत की फील्डिंग चिंता का विषय बनी हुई है—टीम अब तक सात कैच और एक स्टंपिंग का मौका गंवा चुकी है, जिससे विपक्षी टीमों को अतिरिक्त मौके मिले हैं।

अन्य टीमों की तुलना में भी न्यूजीलैंड का फील्डिंग प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। दक्षिण अफ्रीका 83.3 प्रतिशत कैचिंग एफिशिएंसी के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया (76.1 प्रतिशत) और भारत (75.0 प्रतिशत) काफी पीछे हैं। पाकिस्तान की स्थिति सबसे खराब रही, जहां उनकी कैचिंग सफलता दर केवल 60 प्रतिशत रही।

फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में न्यूजीलैंड की मजबूत फील्डिंग भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। छोटे-छोटे मौके बड़े मैचों में फर्क पैदा कर सकते हैं, और न्यूजीलैंड के कैचिंग और ग्राउंड फील्डिंग के स्तर को देखते हुए, वे भारत को अतिरिक्त रन नहीं देंगे।

क्या भारत अपनी अजेय लय बरकरार रख पाएगा?

भारत ने हाल के वर्षों में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है। पिछले छह वनडे मुकाबलों में भारत ने जीत हासिल की है, जिनमें तीन आईसीसी टूर्नामेंट के मैच भी शामिल हैं। हालांकि, न्यूजीलैंड ने हमेशा बड़े मुकाबलों में भारत को टक्कर दी है और उनकी टीम इस बार भी एक कड़ी चुनौती पेश करेगी।

रविवार का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है, जहां भारत अपनी अजेय लय बनाए रखने उतरेगा, जबकि न्यूजीलैंड अपने संतुलित गेंदबाजी आक्रमण और शानदार फील्डिंग के दम पर उलटफेर करने की कोशिश करेगा।

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