खामनेई कहां छिपा है, मैं जानता हूं – ट्रंप के इस बयान के पीछे क्या है रणनीति…हालात और बिगड़ेंगे?

इन दिनों पश्चिम एशिया का सबसे खतरनाक टकराव दुनिया को हिला रहा है, इज़राइल और ईरान के बीच सीधा युद्ध छिड़ चुका है. मिसाइलों की बौछार, हवाई हमले और धमकियों का ऐसा दौर चल रहा है, जिसने पूरे विश्व को दो धड़ों में बाँट दिया है. एक तरफ अमेरिका खुलकर इज़राइल के समर्थन में आ गया है, तो दूसरी ओर ईरान को खुलेआम धमकी दी जा रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तो यहां तक कह दिया है कि ‘हमें पता है ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई कहां छिपे हैं, वह एक आसान टारगेट हैं.

ट्रम्प ने ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ की चेतावनी दी है, जिससे आशंका बढ़ गई है कि क्या अमेरिका भी अब इस युद्ध में सीधे तौर पर शामिल हो जाएगा? उधर ईरान पीछे हटने के मूड में नहीं है, और उसका कहना है कि वह किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा. दिलचस्प बात यह है कि कभी ये दोनों देश दोस्त हुआ करते थे. लेकिन अब यह दुश्मनी उस मोड़ पर आ चुकी है, जहां एक चिंगारी से पूरी दुनिया सुलग सकती है. आइए जानते हैं आज दिनभर इस युद्ध में क्या-क्या हुआ?

  • डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को पता है ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई कहां छिपे हैं. उन्होंने कहा कि खामेनेई को अब बिना शर्त आत्मसमर्पण कर देना चाहिए.
  • अयातुल्ला खामेनेई पिछले 36 वर्षों से ईरान के सर्वोच्च नेता हैं. लेकिन मौजूदा हालात और अमेरिका-इज़राइल के हमलों ने उनके लंबे शासन को अस्थिर करने का खतरा पैदा कर दिया है.
  • जंग और अंदरूनी अस्थिरता के चलते ईरान के कई हिस्सों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. लोगों की आवाज दबाने और सूचनाओं पर नियंत्रण के लिए यह कदम उठाया गया है.
  • ईरानी सेना प्रमुख की इजरायल की धमकी, जल्द इजरायल पर कड़ी कार्रवाई होगी.
  • IAEA ने पुष्टि की है कि इज़राइल ने ईरान के नतांज़ न्यूक्लियर कॉम्प्लेक्स की अंडरग्राउंड यूरेनियम एनरिचमेंट फैसिलिटी को सीधे निशाना बनाया है. यह प्लांट जमीन के काफी नीचे बना हुआ था और पहले माना जाता था कि इसे टारगेट करना नामुमकिन है.
  • IAEA ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि शुक्रवार के हमले के बाद मिली सैटेलाइट इमेजरी में साफ दिख रहा है कि अंडरग्राउंड एनरिचमेंट हॉल्स को सीधे नुकसान हुआ है.
  • अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने कहा कि ईरान की दो अन्य प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स—इस्फहान और फोर्दो में अब तक कोई बदलाव नहीं देखा गया है. इनमें फोर्दो वह साइट है जहां 60% से अधिक यूरेनियम एनरिचमेंट हो चुका था.
  • फोर्दो प्लांट एक पहाड़ के अंदर स्थित है। IAEA प्रमुख ग्रॉसी के मुताबिक, इसे निशाना बनाना बेहद मुश्किल है और केवल अमेरिका का 14,000 किलो का बंकर बस्टर ही इसे ध्वस्त कर सकता है, जिसे सिर्फ B-2 बॉम्बर ही गिरा सकता है.
  • IAEA चीफ राफेल ग्रॉसी ने बताया कि पहले की स्ट्राइक में नतांज़ के ओवरग्राउंड हिस्से को तबाह किया गया था. अब अंडरग्राउंड सेक्शन की पावर सप्लाई को नुकसान पहुंचने के चलते सेंट्रीफ्यूज मशीनें भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का आरोप भारत-कनाडा के रिश्तों में जमी बर्फ पघली पठानकोट में अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग मैं मर रहा था… प्लेन क्रैश में जिंदा बचे यात्री ने बताया जिम के बाहर शरवरी ने फ्लॉन्ट की टोंड लेग्स