
नई दिल्ली। नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने न्याय के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करते हुए कहा है कि गरीबों के लिए न्याय सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और वे उनके लिए आधी रात तक कोर्ट में बैठ सकते हैं। मुख्य न्यायाधीश ने ये टिप्पणी तिलक सिंह डांग नामक याचिकाकर्ता की याचिका खारिज करते हुए की।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि ऐसे मामले धनी वादीगण लड़ते हैं। मैं यहां सबसे छोटे, सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं। अगर जरुरत पड़ी तो मैं उनके लिए आधी रात तय यहां बैठूंगा।
न्यायाधीश सूर्यकांत ने 24 नवंबर को 53वें मुख्य न्यायाधीश के रुप में शपथ ली थी। वे हरियाणा के हिसार से एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। वे करीब 15 महीने तक देश के मुख्य न्यायाधीश रहेंगे और 9 फरवरी, 2027 में रिटायर होंगे।















