
बांग्लादेश में राजनीतिक हालात दिन-ब-दिन अस्थिर होते जा रहे हैं। अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने देश में बढ़ते विरोध-प्रदर्शनों और सेना के हस्तक्षेप के बीच इस्तीफा देने की धमकी दी है।
यूनुस की यह प्रतिक्रिया बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) द्वारा की गई मांगों और सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान की चेतावनी के बाद सामने आई है।
यूनुस बोले – “ऐसे माहौल में काम नहीं कर सकता”
गुरुवार शाम, यूनुस ने अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा:
“मुझे बंधक बनाया जा रहा है… मैं इस तरह काम नहीं कर सकता। क्या सभी राजनीतिक दल एक आम सहमति पर नहीं पहुंच सकते?”
यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब राजकीय अतिथि गृह जमुना में उनके पूर्व कैबिनेट सलाहकारों और वर्तमान सरकार के अन्य सलाहकारों के साथ बैठक चल रही थी।
BNP ने की तीन अहम सलाहकारों को हटाने की मांग
BNP ने अंतरिम सरकार में शामिल तीन वरिष्ठ सलाहकारों —
- महफूज आलम (सूचना एवं प्रसारण सलाहकार)
- शोजिब भुइयां
- खलीलुर रहमान (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार)
को हटाने की मांग की है।
इन मांगों के बीच, यूनुस पर चारों ओर से राजनीतिक दबाव बनता जा रहा है।
कैबिनेट सलाहकारों ने नहीं दिया इस्तीफा
यूनुस के इस्तीफे की धमकी के बाद जब उनके पूर्व सहयोगी और नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) के संयोजक नाहिद इस्लाम ने उनसे मुलाकात की, तो उन्होंने समझाने की कोशिश की कि मौजूदा संकट का हल बातचीत से निकाला जाए।
हालांकि यूनुस ने इस्तीफे की बात दोहराई, लेकिन कैबिनेट में मौजूद अन्य सलाहकारों ने अपने पदों से हटने से इनकार कर दिया।
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सेना प्रमुख का दबाव और राजनीतिक टकराव
बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि चुनाव हर हाल में दिसंबर 2025 तक कराने होंगे। जबकि यूनुस की ओर से जून 2026 तक का समय मांगा गया था, जिसे लेकर विवाद और बढ़ गया है। अब BNP और छात्र संगठनों ने फिर से सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।